58 साल के लंबे इंतजार के बाद अब सरकारी मेडिकल कॉलेज कागजों से जमीन पर उतर सकेगा।
58 साल के लंबे इंतजार के बाद अब सरकारी मेडिकल कॉलेज कागजों से जमीन पर उतर सकेगा। इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस में देवास रोड-इंदौर रोड को कनेक्ट करने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज फोरलेन पर मालनवासा में करीब 14.6850 हेक्टेयर जमीन पर मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग निर्माण की ड्राइंग-डिजाइन, डीपीआर बनाई जाएगी। इसके लिए मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता की ओर से टेंडर जारी किया है। इसमें 15 सितंबर 2022 से प्रभावशील एसओआर के तहत प्लानिंग की जा सकेगी।
टेंडर के तहत उज्जैन में नए चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना के लिए वास्तुविद् व पीएमसी सेवाओं के लिए कंसल्टेंट नियुक्ति किया जाएगा। यह ठेका करीब 6 करोड़ का है। इसमें मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग की ड्राइंग-डिजाइन को बनाने से लेकर निर्माण के समय क्वालिटी कंट्रोल का रहेगा यानी बिल्डिंग का निर्माण शुरू करवाने से लेकर पूर्णता और कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान रखा जाएगा। साथ ही तय समय सीमा में कार्य पूर्ण करवाने का जिम्मा भी रहेगा।
कंसल्टेंट कंपनी वर्षाकाल सहित करीब 38 माह की समयावधि तय की गई है। इसका टेंडर 21 अगस्त को खोला जाएगा। इसके बाद ड्राइंग-डिजाइन को फाइनल किया जाएगा। उच्चस्तर पर ड्राइंग-डिजाइन फाइनल होने पर कॉलेज बिल्डिंग के निर्माण का ठेका किया जाकर कार्य शुरू करवाया जाएगा। सबकुछ ठीक रहा तो दिसंबर के बाद सरकारी मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू हो जाएगा।