शिवांगी मंडके ने कहा कथक नृत्य भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है - दो जगह प्रस्तुति देकर बच्चों को नृत्य के बारे में कई जानकारियां दी
उज्जैन। स्पीक मैके एवं आईओसीएल की साप्ताहिक कार्यशाला के पहले दिन मंगलवार को पुणे की शिवांगी मंडके ने प्रथम प्रस्तुति प्रातः 9:30 बजे शासकीय हाई स्कूल दौलतगंज क्रमांक - 2 खिलचीपुर में देते हुए विद्यार्थियों को बताया कथक भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है। सुंदर हस्तक, तालमय पद संचालन और अद्भुत चक्कर इसके आकर्षण है। नृत्यांगना ने गणेश वंदना से शुरुआत की व बच्चों को हस्त मुद्राओं एवं पद संचालन की भी जानकारी दी। स्वागत प्राचार्य विवेक तिवारी ने किया। दूसरी प्रस्तुति प्रातः 11:30 बजे शासकीय माध्यमिक विद्यालय कोठी पर हुई। यहां गुरु वंदना गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु से हुई। समाहार बसंत रचना से किया। आभार प्रभारी प्रधान अध्यापिका अर्चना बधेका ने माना। स्पीक मैके के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने बताया बुधवार को शिवांगी की प्रथम प्रस्तुति प्रातः 8:30 बजे शासकीय मॉडल उमावि ढांचा भवन, दूसरी प्रस्तुति प्रातः 10:45 बजे शासकीय उमावि ग्राम पंवासा मक्सी रोड पर होगी।