जन शिकायतों और अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर ना होने वाले अधिकारियों को निगम आयुक्त का नोटिस लम्बित भवन अनुज्ञा और नामांतरण प्रकरण तत्काल निपटाएं 15 अगस्त से पूर्व वसूली टार्गेट पूरा करें: आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह
उज्जैन: जन शिकायतों के समाधान के साथ नियमित कार्यों को सुव्यवस्थित रूप से सम्पादित करना ही किसी अधिकारी की योग्यता को सिद्ध करते हुए उसे उत्कृष्ट बनाता है। आप अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर होकर दायित्वों का निर्वहन करें इसी पर आपका केरियर भी निर्भर है।
यह बात निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने कही। समय सीमा से सम्बंधित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान आपने जहां लापरवाही पाए जाने पर सम्बंधित अधिकारियों को सचेत किया वहीं नगर निगम अन्तर्गत अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर होेने हेतु समझाईश भी दी।
टीएल बैठक में निगम आयुक्त ने भवन नामांतरण प्रकरणों और सम्पत्ति कर वसूली की विशेष रूप से समीक्षा की। आपने बड़ी संख्या में नामान्तरण प्रकरणों के लम्बित रहने पर नाराजगी प्रकट की। निर्देशित किया कि नामान्तरण प्रकरणों का निर्धारित समयावधि में निपटारा करते हुए सम्पत्तिकर वसूली कार्य को गति दी जाए। 15 अगस्त तक यह सुनिश्चित करें कि सम्पत्तिकर वसूली गत वर्ष की तुलना में अधिक हो। जीआईएस सर्वे अनुरूप वास्तविक सम्पत्ति पर जो कर निर्धारित हो उस अनुसार अन्तर की राशि भी सम्बंधितों से वसूली जाए।
भवन निर्माण अनुमति जारी किये जाने की धीमी गति पर निगम आयुक्त ने असन्तोष व्यकत किया तथा निर्देशित किया कि किसी भी स्तर पर कोई भी प्रकरण लम्बित ना रखा जाए। प्रत्येक प्रकरण रनिंग रहना चाहिए। विभिन्न अवैध से वैध की गई कालोनियों में जहां मानचित्र स्वीकृति की प्रक्रिया आरंभ की गई है, उन कालोनियों में भवन अधिकारी और भवन निरीक्षक स्वयं निरीक्षण करें, भवन स्वामियों से सम्पर्क करें और निर्धारित शुल्क जमा करा कर अनुज्ञा प्रकरण प्रचलित करें।
सीएम हेल्पलाईन की विभिनन 490 लम्बित शिकायतों पर आपने त्वरित कार्यवाही के निर्देश देते हुए 15 अगस्त तक समस्त शिकायतों का सन्तुष्टिपूर्ण निराकरण कराते हुए शिकायतें शून्य करने के निर्देश दिये।
जन सुनवाई और यूएमसी सेवा एप पर प्राप्त शिकायतों की भी समीक्षा की गई। यहां बन्द लाईटों की शिकायतें अधिक पाए जाने पर त्वरित समाधान के निर्देश दिये। निर्देशित किया कि अतिक्रमण और अवैध निर्माण की शिकायतों पर कार्यवाही में विलम्ब ना किया जाए। बारिश के चलते जल भराव की समस्याओं का भी तत्काल समाधान करें।
वेतन वृद्धि रोकने
के नाटिस
निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने बैठक में अनुपस्थित रहने पर पीएचई यंत्री श्री राजीव शुक्ला, सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों का समाधान ना करने पर यंत्री श्री हर्ष जैन, और श्री मुकुल मेश्राम, भवन अनुज्ञा प्रकरण लम्बित रखन पर भवन निरीक्ष्क ज्योत्सना उबनारे, अतिक्रमण के विरूद्ध कार्यवाही ना करने पर कार्यपालन यंत्री श्री जगदीश मालवीय की वेतन वृद्धि रोके जाने बाबत् तथा बन्द लाईटों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत ना करने तथा सन्तोषजनक कार्यवाही ना करने पर विद्युत विभाग प्रभारी श्री जितेन्द्रपाल सिंह जादौन और श्री आनन्द भण्डारी, बैठक में अनुपस्थित रहने पर वर्कशाप प्रभारी श्री विजय गोयल के साथ ही सम्पत्तिकर वसूली सन्तोषजनक नहीं होन पर विभिनन झोनल सहायक सम्पत्तिकर अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये जाने और अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये गए।
खुद देखें
दूसरों पर ना डालें
निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने समस्त सहायक आयुक्त, कार्यपालन यंत्री और झोनल अधिकारीगण, उपयंत्रीगण, भवन अधिकारी और भवन निरीक्षकगण को निर्देशित किया कि आपको सौंपे गए दायित्व आम नागरिकों की सेवाओं और सुविधाओं से जुड़े हूए है। नगर का प्रत्येक नागरिक अपनी मूल भूत सुविधाओं और समस्याओं के समाधान के लये नगर निगम की ओर देखता है। आपकी गतिविधियां निगम के साथ साथ शासन की छबि भी सम्बद्ध रहती है। लिहाज़ा आपको अपने प्रत्येक कार्य के प्रति अपनी भूमिका निभाना है यदि किसी को यदि कोई कठिनाई महसूस होती है तो समय पूर्वय मुझे अवगत कराने की आदत डालें ताकि समाधान संभव हो।
यह बात निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने कही। समय सीमा से सम्बंधित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान आपने जहां लापरवाही पाए जाने पर सम्बंधित अधिकारियों को सचेत किया वहीं नगर निगम अन्तर्गत अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर होेने हेतु समझाईश भी दी।
टीएल बैठक में निगम आयुक्त ने भवन नामांतरण प्रकरणों और सम्पत्ति कर वसूली की विशेष रूप से समीक्षा की। आपने बड़ी संख्या में नामान्तरण प्रकरणों के लम्बित रहने पर नाराजगी प्रकट की। निर्देशित किया कि नामान्तरण प्रकरणों का निर्धारित समयावधि में निपटारा करते हुए सम्पत्तिकर वसूली कार्य को गति दी जाए। 15 अगस्त तक यह सुनिश्चित करें कि सम्पत्तिकर वसूली गत वर्ष की तुलना में अधिक हो। जीआईएस सर्वे अनुरूप वास्तविक सम्पत्ति पर जो कर निर्धारित हो उस अनुसार अन्तर की राशि भी सम्बंधितों से वसूली जाए।
भवन निर्माण अनुमति जारी किये जाने की धीमी गति पर निगम आयुक्त ने असन्तोष व्यकत किया तथा निर्देशित किया कि किसी भी स्तर पर कोई भी प्रकरण लम्बित ना रखा जाए। प्रत्येक प्रकरण रनिंग रहना चाहिए। विभिन्न अवैध से वैध की गई कालोनियों में जहां मानचित्र स्वीकृति की प्रक्रिया आरंभ की गई है, उन कालोनियों में भवन अधिकारी और भवन निरीक्षक स्वयं निरीक्षण करें, भवन स्वामियों से सम्पर्क करें और निर्धारित शुल्क जमा करा कर अनुज्ञा प्रकरण प्रचलित करें।
सीएम हेल्पलाईन की विभिनन 490 लम्बित शिकायतों पर आपने त्वरित कार्यवाही के निर्देश देते हुए 15 अगस्त तक समस्त शिकायतों का सन्तुष्टिपूर्ण निराकरण कराते हुए शिकायतें शून्य करने के निर्देश दिये।
जन सुनवाई और यूएमसी सेवा एप पर प्राप्त शिकायतों की भी समीक्षा की गई। यहां बन्द लाईटों की शिकायतें अधिक पाए जाने पर त्वरित समाधान के निर्देश दिये। निर्देशित किया कि अतिक्रमण और अवैध निर्माण की शिकायतों पर कार्यवाही में विलम्ब ना किया जाए। बारिश के चलते जल भराव की समस्याओं का भी तत्काल समाधान करें।
वेतन वृद्धि रोकने
के नाटिस
निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने बैठक में अनुपस्थित रहने पर पीएचई यंत्री श्री राजीव शुक्ला, सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों का समाधान ना करने पर यंत्री श्री हर्ष जैन, और श्री मुकुल मेश्राम, भवन अनुज्ञा प्रकरण लम्बित रखन पर भवन निरीक्ष्क ज्योत्सना उबनारे, अतिक्रमण के विरूद्ध कार्यवाही ना करने पर कार्यपालन यंत्री श्री जगदीश मालवीय की वेतन वृद्धि रोके जाने बाबत् तथा बन्द लाईटों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत ना करने तथा सन्तोषजनक कार्यवाही ना करने पर विद्युत विभाग प्रभारी श्री जितेन्द्रपाल सिंह जादौन और श्री आनन्द भण्डारी, बैठक में अनुपस्थित रहने पर वर्कशाप प्रभारी श्री विजय गोयल के साथ ही सम्पत्तिकर वसूली सन्तोषजनक नहीं होन पर विभिनन झोनल सहायक सम्पत्तिकर अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये जाने और अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये गए।
खुद देखें
दूसरों पर ना डालें
निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने समस्त सहायक आयुक्त, कार्यपालन यंत्री और झोनल अधिकारीगण, उपयंत्रीगण, भवन अधिकारी और भवन निरीक्षकगण को निर्देशित किया कि आपको सौंपे गए दायित्व आम नागरिकों की सेवाओं और सुविधाओं से जुड़े हूए है। नगर का प्रत्येक नागरिक अपनी मूल भूत सुविधाओं और समस्याओं के समाधान के लये नगर निगम की ओर देखता है। आपकी गतिविधियां निगम के साथ साथ शासन की छबि भी सम्बद्ध रहती है। लिहाज़ा आपको अपने प्रत्येक कार्य के प्रति अपनी भूमिका निभाना है यदि किसी को यदि कोई कठिनाई महसूस होती है तो समय पूर्वय मुझे अवगत कराने की आदत डालें ताकि समाधान संभव हो।