कर्मचारियों की शराबखोरी से परेशान विश्वविद्यालय का आदेश
शराब खोरी कर कार्यालय आने वाले कर्मचारियों की हरकत से परेशान विक्रम विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंतत: आदेश जारी किया है। कुलपति के निर्देश पर जारी आदेश में शराब खोरी कर ऑफिस आने या संबंधित के खिलाफ साक्ष्य मिलने पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। आदेश पढ़ाने के बाद विभाग में कर्मचारियों की हस्ताक्षर भी लिए गए है।
विक्रम विश्वविद्यालय के विभागों में कार्यरत अधिकांश कर्मचारियों को लेकर शिकायत है कि वे शराब पीकर या अन्य नशा कर कार्यालय में आते है। जिसके कारण अन्य कर्मचारी भी परेशान होते है। पिछले दिनों प्रशासनिक भवन में ही एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शराब के नशे में विभाग पहुंचा था। जिसे साथी कर्मचारियों ने बमुश्किल घर तक पहुंचाया था। इसी तरह कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पांडे के होस्टल निरीक्षण के दौरान भी कर्मचारी नशा करते पकड़े गए थे। इसके अलावा विभागों से भी शिकायतें मिल रही थी। इसके बाद कुलपति प्रो. पांडे के निर्देश पर प्रशासन विभाग ने सख्त आदेश जारी किए है। आदेश में कहा गया है कि
प्राय: ऐसा देखा गया है कि विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में अक्सर व्यक्तियों को मंदिरापान करते हुए एवं मदिरापान कर विभाग एवं कार्यालयों में पाए गए है। अत: समस्त विभागाध्यक्ष, निदेशक, अधिकारी, प्रभारी, प्रपालक को कुलपति के आदेशानुसार निर्देशित किया जाता है कि अध्ययनशाला, संस्थान, विभाग, माधव भवन एवं सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिसार में जो कोई व्यक्ति भी मदिरापान करते हुए अथवा मदिरापान कर पाए जाने वाले व्यक्ति, कर्मचारी पर (उपलब्ध साक्ष्यों जैसे मोबाइल क्लिप, फोटो, अधिकारी तथा विभाग प्रमुख के लिखित कथन पर) विश्वविद्यालीन परिनियम 31 के अन्तर्गत कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। आदेश जारी होने के बाद विभागों में कर्मचारियों के हस्ताक्षर भी लिए गए है।