जहां कम वोटिंग हुई है, उन केन्द्रों में कम मतदान का कारण खोजा जाये स्वीप गतिविधियों से ऐसे केन्द्रों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाया जाये कलेक्टर ने टीएल बैठक में दिये निर्देश
उज्जैन 31 जुलाई। कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने आज समय-सीमा के लम्बित पत्रों की
समीक्षा की। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में संतुष्टिपूर्वक शिकायतों के निराकरण पर निरन्तर ध्यान देने
के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने बैठक में निर्वाचन सम्बन्धी कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने स्वीप
गतिविधियों के बारे में निर्देशित किया है कि गत विधानसभा निर्वाचन के समय जिले में ऐसे एक-एक
मतदान केन्द्रों का चिन्हांकन किया जाये, जहां कम वोटिंग हुआ है। ऐसे मतदान केन्द्रों में कम
मतदान का कारण खोजा जाये। स्वीप गतिविधियों का उद्देश्य ही मतदान का प्रतिशत बढ़ाना है।
कलेक्टर ने आगामी एक अगस्त को आयोजित होने वाली ट्रेनिंग के सम्बन्ध में कहा कि एक
सेक्टर में सेक्टर आफिसर के पास 10 से 12 मतदान केन्द्र होते हैं। इन मतदान केन्द्रों का प्रत्येक
सेक्टर अधिकारी को कम से कम तीन बार भ्रमण करना चाहिये। मतदान केन्द्रों पर व्यक्तिश: लोगों
से सम्पर्क रखना होगा तथा ऐसे लोगों का चिन्हांकन करना चाहिये जो मतदान को प्रभावित कर
मतदान का प्रतिशत बढ़ा सकते हैं। कलेक्टर ने ईवीएम व वीवीपेट मशीनों के बारे में भी सभी
रिटर्निंग अधिकारी, सहायक रिटर्निंग अधिकारी व सेक्टर अधिकारियों को पर्याप्त प्रशिक्षण व इनके
संचालन का ज्ञान प्राप्त करने के निर्देश दिये हैं।
कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को सीजनल बीमारियों की मॉनीटरिंग
करने, मलेरिया की रोकथाम के प्रयास करने के लिये कहा है। आयुष्मान कार्ड धारकों की ई-केवायसी
का कार्य धीमी गति से होने पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की तथा जिले के सभी जनपद सीईओ व
मुख्य नगर पालिका अधिकारियों की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने का नोटिस देने के लिये कहा है।