top header advertisement
Home - उज्जैन << वर्ष में एक बार खुलेंगे भगवान नागचन्‍द्रेश्‍वर के पट

वर्ष में एक बार खुलेंगे भगवान नागचन्‍द्रेश्‍वर के पट


वर्ष में एक बार खुलेंगे भगवान नागचन्‍द्रेश्‍वर के पट
     सोमवार 21 अगस्त को श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में नागपंचमी पर्व मनाया जावेगा। उल्‍लेखनीय है कि श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के द्वितीय तल पर श्रीनागचन्‍द्रेश्‍वर मंदिर के पट साल में एक बार चौबीस घंटे सिर्फ नागपंचमी के दिन ही खुलते है। हिंदू धर्म में सदियों से नागों की पूजा करने की परंपरा रही है। हिंदू परंपरा में नागों को भगवान का आभूषण भी माना गया है। श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर मंदिर में  ११ वीं शताब्‍दी की एक अद्भुत प्रतिमा स्‍थापित है, प्रतिमा में फन फैलाए नाग देवता के आसन पर भगवान शिव -पार्वती बैठे हैं। बताया जाता है कि, पूरी दुनिया में यह एकमात्र ऐसा मंदिर है, जिसमें विष्‍णु भगवान की जगह भगवान श्री भोलेनाथ सर्प शय्या पर विराजित है। साथ में दोनों के वाहन नंदी एवं सिंह भी विराजित है। शिवशंभु के गले और भुजाओं में भुजंग लिपटे हुए है। कहते हैं कि यह प्रतिमा नेपाल से यहां लाई गई थी। उज्‍जैन के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसी प्रतिमा नहीं है। 20 अगस्त रविवार की रात्रि १२ बजे पट खुलेंगे। पट खुलने के बाद विशेष पूजा -अर्चना होगी।

 

Leave a reply