स्पीक मेके एवं भारत सरकार के उपक्रम आईओसीएल के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित साप्ताहिक नृत्य कार्यशाला
उज्जैन। स्पीक मेके एवं भारत सरकार के उपक्रम आईओसीएल के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित साप्ताहिक नृत्य कार्यशाला प्रदर्शन के द्वितीय दिवस कोलकाता से आई युवा ओडीसी नृत्यांगना सुश्री शांताश्री ससमल ने मंगलवार को अपनी प्रथम प्रस्तुति प्रात 10 30 बजे शासकीय माध्यमिक विद्यालय कोठी पर दी। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत शिक्षिका कृष्णा सोलंकी ने किया। नृत्य गुरु रोजलीना महापात्रा की सुयोग्य शिष्या ने अपने नृत्य की शुरुआत शिव स्तुति" भोशंभू" में भगवान शिव की महिमा का बखान करते हुए मंगलाचरण कर किया। यहां उन्होंने ओडीसी नृत्य के चार मूल स्थानक समभंग,अभंग ,त्रिभंग एवं चौक भी सिखाए। शांताश्री की द्वितीय प्रस्तुति शासकीय नूतन कन्या माध्यमिक विद्यालय देसाई नगर, पर अपरान्ह 12:10 बजे हुई ।यहां विद्यार्थियों से संवाद कायम करते हुए नवोदित नृत्यांगना ने कहा की ओडीसी नृत्य की उत्पत्ति म्हारी एवं गोतिपुआ नृत्य से हुई है म्हारी नृत्य देवदासीया भगवान जगन्नाथ के सम्मुख करती थी उसके बारे में ज्यादा लिखित जानकारी उपलब्ध नहीं है। विद्वानों के द्वारा इन दोनों नृत्यों का मेल करके ओडीसी नृत्य का सृजन किया गया । तत्पश्चात यह मंच पर प्रस्तुत किया जाने लगा।। इसके पश्चात बड़े ही रोचक ढंग से पंचतंत्र की एक कथा पर आधारित जंगल का वर्णन करते हुए विभिन्न पशु पक्षियों को हस्त मुद्राओं के माध्यम से प्रदर्शित करना भी सिखाया।
अंत में आभार प्रधानाध्यापक श्री सोहम पंड्या ने माना।
स्पीक मैके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने बताया कि कल दिनांक 19 जुलाई बुधवार को सुश्री ससमल की प्रथम प्रस्तुति 10:45 बजे शासकीय माध्यमिक विद्यालय दताना एवं 12:30 बजे शासकीय हाई स्कूल ग्राम नौगांव देवास रोड पर होगी।