सरकार ने अवैध शराब को लेकर बड़ा फैसला लिया
मध्य प्रदेश । मध्य प्रदेश में 9 माह में जहरीली शराब पीने से 38 लोगों की मौत हो चुकी है। जहरीली शराब पीने से मुरैना में 20 लोगों की मौत के बाद अब सरकार अवैध शराब को लेकर बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना कलेक्टर अनुराग वर्मा और एसपी अनुराग सुजातिया को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा एसडीओपी को निलंबित किया गया है। मुख्मयंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा इस बैठक में शामिल हैं। जानकारी के मुताबकि प्रदेश में पिछले 9 माह में जहरीली शराब से 38 लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद सरकारी तंत्र शराब के अवैध करोबार को रोकने में अब तक नाकाम रहा । तीन माह पहले 15 अक्टूबर को उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हुई थी। उसके बाद प्रदेश भर में देसी शराब के अवैध करखानों पर छापे मारे गए, लेकिन पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में जहरीली शराब से मरने और बीमार होने की कई घटनाएं सामने आ चुकी है। सरकार ने उज्जैन मे जहरीली शराब कांड में अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजोरा की अध्यक्षता में एसआईटी बनाई थी। जांच के बाद उज्जैन के एसपी मनोज सिंह को हटाया दिया गया है, इसके साथ ही इलाके के सीएसपी रजनीश कश्यप को सस्पेंड कर दिया गया था।
अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजोरा के साथ एडीजी स्तर के अधिकारी आज मुरैना जाकर पूरे मामले की जांच करेंगे। सीएम ने कहा- मुरैना की घटना अमानवीय और तकलीफ पहुंचाने वाली है। मिलावट के विरुद्ध अभियान संचालित है, फिर भी घटना दुखद है। ऐसे मामलों में कलेक्टर&एसपी दोषी होंगे, एक्शन लिया जाएगा। मैं मूकदर्शक नहीं रह सकता। प्रदेश में शराब के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए।