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बेटी और नाती ने मकान पर कब्जा कर घर से बाहर निकाला



परेशान कमलाबाई ने कलेक्टर के समक्ष जनसुनवाई में दिया आवेदन
उज्जैन | कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, अपर कलेक्टर श्री जीएस डाबर, श्रीमती बिदिशा मुखर्जी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा मंगलवार को विभिन्न आवेदनों पर जनसुनवाई की गई। रामी नगर निवासी कमलाबाई पति स्व.गेंदालाल ने आवेदन देकर शिकायत की कि उनकी बेटी और उनके नाती ने उनकी जमीन और मकान पर कब्जा कर उन्हें घर से बाहर निकाल दिया है तथा समय-समय पर उनकी बेटी और नाती द्वारा प्रार्थिया के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार भी किया जा रहा है। प्रार्थिया 80 वर्ष की वृद्ध महिला है। इस वजह से उन्हें जीवन यापन करने में अत्यन्त परेशानी हो रही है। इस पर एसडीएम उज्जैन को भरण-पोषण अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये।
   ग्राम लिंबोदा तहसील तराना निवासी रायसिंह पिता जगन्नाथ ने आवेदन दिया कि गांव में उनके द्वारा कृषि के लिये जमीन एक स्थानीय व्यक्ति से क्रय की गई थी, परन्तु जब भी वे अपनी भूमि पर कृषि सम्बन्धी कार्य करने के लिये जाते हैं तो उक्त भूमि जिससे क्रय की थी, उस व्यक्ति द्वारा उनके साथ वाद-विवाद किया जाता है। इस पर तहसीलदार तराना को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के लिये कहा गया।
   बड़नगर निवासी धीरजसिंह पिता नरेन्द्रसिंह ने आवेदन दिया कि ग्राम सिकन्दरखेड़ा में दो साल पहले उनकी मुरम की खदान स्वीकृत की गई थी, जिसका विधिवत उनके द्वारा समय-समय पर रायल्टी की राशि जमा की जा रही है तथा प्रदूषण रिपोर्ट भी ली जा रही है। उनके द्वारा शासन के समस्त निर्देशों का पालन किया जा रहा है, परन्तु एक हेक्टेयर खदान के हिस्से का कब्जा उन्हें अभी तक नहीं दिलवाया गया है। इसके अलावा उनकी खदान के आसपास कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण भी कर लिया गया है। इस पर खनिज अधिकारी को मामले की जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
   अंकपात मार्ग निवासी प्रहलाद विश्वकर्मा पिता राधेश्याम विश्वकर्मा ने आवेदन दिया कि उन्होंने मकान बनाने के लिये एक निजी फायनेंस कंपनी से लोन लिया था। कंपनी द्वारा प्रतिमाह किश्त की राशि तय सीमा से अधिक वसूल की जा रही है, जिसे भरने में वे असमर्थ हैं। अत: उनके मकान लोन की किश्त को कम करवाया जाये। इस पर जिला अधिकारी संस्थागत वित्त को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
   ग्राम लिंबापिपल्या निवासी जसोदाबाई पति नारायणसिंह ने आवेदन देकर शिकायत की कि कुछ माह पहले उनके पिता की इलाज के दौरान अस्पताल में मृत्यु हो गई थी, परन्तु पिता की जायदाद पर कब्जा करने के उद्देश्य से उनके भाईयों ने ग्राम पंचायत के सचिव से मिलीभगत कर उनके पिता का फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवा लिया है, जिसमें उनके पिता की मृत्यु का समय और स्थान बिलकुल गलत बताया गया है। अत: उनके भाईयों और ग्राम पंचायत सचिव के विरूद्ध जालसाजी के तहत कार्यवाही की जाये। इस पर सीईओ जनपद पंचायत बड़नगर को पूरे मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
   ग्राम तालोद के निवासियों ने आवेदन देकर शिकायत की कि उनके द्वारा सिंचाई के लिये 17 स्थाई और दो अस्थाई कनेक्शन लिये गये थे। जिस ट्रांसफार्मर से विद्युत कनेक्शन लिये गये थे, उसके तार काफी पुराने होने से जर्जर हो चुके हैं और इस वजह से वे बार-बार टूट जाते हैं। इस कारण प्रार्थीगणों को सिंचाई कार्य करने में बहुत परेशानी हो रही है। साथ ही ट्रांसफार्मर के तार बार-बार टूटने से गांव में कभी भी जनहानि अथवा पशुधन की हानि होने की संभावना भी लगातार बनी हुई है। अत: ट्रांसफार्मर के जर्जर हो चुके तारों को बदलकर वहां नये तार डलवाये जाने का निवेदन किया गया। इस पर कलेक्टर ने एमपीईबी के सहायक अभियंता चिन्तामन झोन को तत्काल कार्यवाही करने के लिये कहा।
   ग्राम नवाखेड़ा तहसील उज्जैन निवासी जितेन्द्र चौहान पिता रमेश चौहान ने आवेदन देकर शिकायत की कि नगर निगम में सफाईकर्मी की नौकरी दिलाने के नाम पर निगम के एक कर्मचारी द्वारा उनके साथ पैसे ऐंठकर धोखाधड़ी की गई है। इस पर नगर निगम के झोनल अधिकारी को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।
   उत्तम नगर निवासी शेखर गोमे पिता राजकुमार गोमे ने आवेदन दिया कि उनके द्वारा सन 2018 में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत पात्रता अनुसार आवेदन किया गया था, परन्तु आज तक उन्हें योजना के अनुसार मकान बनाकर नहीं दिया गया है। वर्तमान में प्रार्थी एक किराये के मकान में निवास कर रहे हैं, अत: उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाया जाये। इस पर आयुक्त नगर पालिक निगम को समयावधि में कार्य करने के निर्देश दिये गये।
   खाचरौद के ग्राम भैंसोला के निवासियों ने आवेदन देकर शिकायत की कि गांव के सरपंच और सचिव द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना और शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार किया गया है। अत: सम्बन्धितों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। इस पर सीईओ जनपद पंचायत नागदा-खाचरौद को मामले की जांच करने के लिये कहा गया। इसी प्रकार अन्य मामलों में कलेक्टर द्वारा जनसुनवाई की गई।

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