चिटफंड कम्पनी के कर्ताधर्ता कार, बाइक और सोने की चेन लालच देकर भागे
दस्तक न्यूज़ उज्जैन .लाइफ टाइम स्टॉक मार्केटिंग कंपनी एक साल से सी 21 माल में संचालित हो रही थी। तीन दिन पहले कंपनी के कर्ताधर्ता दफ्तर बंद कर भाग गए थे। पुलिस को इसकी सूचना मिली। इसके बाद सोमवार शाम को देवासरोड नरवर क्षेत्र में टीआई सतनामसिंह ने पीएसआई वेदप्रकाश साहू, राहुल राव समेत अन्य की मदद से घेराबंदी कर कंपनी के सीएमडी ईश्वर आंजना,सीईओ ईश्वर बैंडवाल, दिलीप आंजना व एमडी लखन पंवार को हिरासत में लिया। पूछताछ में महिदपुर के अर्जुन सिसौदिया, देवासरोड लालपुर निवासी दिलीप पटेल, हेमंत यादव व राजेंद्र अहिरवार के नाम भी बताए हैं। पुलिस इनके बारे में भी पता कर रही है। पूछताछ में चिटफंड धोखाधड़ी का बड़ा खुलासा होगा। अभी तक सौ से अधिक लोग थाने पहुंच चुके है।नानाखेड़ा स्थित सी 21 मॉल में चिटफंड कंपनी खोलकर सैकड़ो ग्रामीण और कॉलेज के छात्रों के साथ 10 से 12 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों से नानाखेड़ा पुलिस पूछताछ कर रही है। आरोपी हायर सेकंडरी भी पास नहीं है लेकिन कंपनी में एक लाख रुपए निवेश करने पर 40 हजार रुपए महीना वापस लोगों को लौटा रहे थे। 20 से 50 लाख रुपए तक रुपए निवेश करने वालों को इनाम में कार, बाइक और बुलैट समेत दो तोला वजनी सोने की चेन भी दे रहे थे। इसी कारण कई लोग झांसे में आ गए और कर्जा लेकर चिटफंड कंपनी में लाखों रुपए निवेश कर दिए।छात्र ने कहा- मैंने पांच लाख लगाए, सिर्फ 20 हजार मिले
ऋषिनगर निवासी विशाल चौहान ने बताया वह बीकॉम सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा है। चिटफंड कंपनी में लोगों को एक लाख रुपए निवेश पर चालीस प्रतिशत राशि हर महीने वापस मिलने के कारण लालच में आ गया। कई लोग यह भी कह रहे थे कि कंपनी कार, बाइक व बुलेट समेत सोने की चेन इनाम में दे रही है। इस कारण मैंने पहली बार 4 अगस्त को 2 लाख रुपए लगाए। इसके बाद 12 अगस्त को 3 लाख रुपए निवेश किए। इसके बाद कंपनी ने मुझे सिर्फ 20 हजार रुपए ही दिए। दो महीने से कई लोगों को पैसा नहीं मिला था, इस कारण वे आक्रोश जता रहे थे। तब कंपनी के लोग भागे व धोखाधड़ी का पता चला।