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नगरीय निकाय एवं पंचायतीराज संस्थाएं ऑडिट कंडिकाओं का निराकरण समय पर करें



विधानसभा की स्थानीय निकाय एवं पंचायतीराज लेखा समिति ने उज्जैन का भ्रमण किया
उज्जैन |  विधानसभा की स्थानीय निकाय एवं पंचायतीराज लेखा समिति ने सभापति श्री बिसाहुलाल सेन की अध्यक्षता में आज उज्जैन नगर का भ्रमण किया तथा मेला कार्यालय में नगरीय निकायों एवं पंचायतीराज संस्थाओं के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। बैठक में समिति अध्यक्ष द्वारा निर्देशित किया गया है कि दोनों ही स्थानीय निकायों के अधिकारी लम्बित ऑडिट कंडिकाओं का समय पर निराकरण करें तथा निराकरण के उपरान्त एक माह में समिति का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाये। बैठक में लेखा समिति के सदस्य विधायक श्री केदारनाथ शुक्ल, श्री दिव्यराज सिंह, श्री दिलीप गुर्जर, श्री देवेन्द्रसिंह पटेल, डॉ.राजेन्द्र पाण्डेय, उज्जैन घट्टिया विधानसभा के विधायक श्री रामलाल मालवीय, विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री मनोज सक्सेना, संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती बिदिशा मुखर्जी, सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सभी नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
    बैठक में सभापति श्री बिसाहुलाल सिंह ने कहा कि समिति सम्पूर्ण मध्य प्रदेश में भ्रमण कर बजट में नगरीय निकायों एवं पंचायतीराज संस्थाओं के लिये स्वीकृत की गई धनराशि से किये जा रहे कार्यों की मॉनीटरिंग करती है। समिति निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों के बारे में प्रमुख सचिव के माध्यम से सुधार के सुझावों को लागू करवाती है। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों एवं पंचायतीराज संस्थाओं में लम्बित एजी की ऑडिट कंडिकाएं तथा स्थानीय संपरीक्षकों की ऑडिट कंडिकाओं का निराकरण समय पर किया जाना आवश्यक है। बैठक में उज्जैन जिले में पंचायतीराज संस्थाओं तथा नगरीय निकायों की लम्बित कंडिकाओं के बारे में चर्चा की गई। उन्होंने निर्देशित किया कि कई कंडिकाएं निराकृत हो गई हैं, किन्तु उनके बारे में अभी तक प्रतिवेदन न तो एजी आफिस को भेजा गया है न ही समिति को रिपोर्ट किया गया है, इस कारण से कंडिकाओं के बारे में भ्रामक स्थिति उत्पन्न होती है। सभापति ने निर्देशित किया है कि सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में कंडिकाओं के निराकरण की जानकारी यथासमय वरिष्ठ अधिकारियों को भिजवाया जाना सुनिश्चित करेंगे।
    बैठक में निर्देश दिये गये कि जिला पंचायत, जनपद पंचायत, नगर निगम उज्जैन एवं सभी नगर पालिकाएं अपने-अपने यहां परिसम्पत्तियों के रख-रखाव के लिये पंजी का यथोचित संधारण करे तथा इस पंजी का भोतिक सत्यापन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय-समय पर किया जाये। बैठक में निर्देश दिये गये कि विभिन्न निर्माण कार्यों के लिये स्वीकृत की गई राशियों के गबन-घोटाले एवं घटिया निर्माण कार्यों में सुधार के लिये संभाग एवं जिला स्तर से कार्यवाही की जाये। बैठक में बताया गया कि जिला पंचायत एवं विभिन्न जनपद पंचायतों में वर्तमान में 60 ऑडिट कंडिकाएं लम्बित हैं। उक्त कंडिकाओं के निराकरण के निर्देश दिये गये।
    बैठक में समिति के सदस्य एवं विधायक श्री केदारनाथ शुक्ला ने उज्जैन नगर निगम को रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के लम्बित 1158 प्रकरणों में एक माह में कार्यवाही कर रिपोर्ट समिति को प्रस्तुत करने को कहा है। इसी तरह परिभाषित अंशदान का कटौत्रा भी सम्बन्धित कर्मचारियों के खाते में समय-सीमा में जमा कराने के निर्देश दिये गये। बैठक में समिति के सदस्य एवं विधायक श्री दिव्यराज सिंह ने तराना जनपद में वर्ष 2015 की केशबुक से सम्बन्धित कंडिका के बारे में पूछताछ की तथा निर्देश दिये कि लेखा के मिलान में हुई गड़बड़ी की जिम्मेदारी तय की जाये।
    बैठक में समिति के सदस्य एवं खाचरौद विधायक श्री दिलीप गुर्जर ने खाचरौद नगर में दुकान नीलामी में तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा की गई लापरवाही पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। समिति सदस्य एवं विधायक श्री शैलेन्द्रसिंह पटेल ने नागदा शहर में आरओ वाटर सप्लाय करने के लिये आवश्यक प्राक्कलन तैयार करने को कहा है। इसी तरह समिति के सदस्य एवं जावरा के विधायक डॉ.राजेन्द्र पाण्डेय ने जावरा शहर में नाले के कारण निकट की बस्ती के लोगों में हो रही बीमारी के सम्बन्ध में कार्यवाही करने के साथ ही नाले के पक्के निर्माण कार्य को समय-सीमा में पूर्ण करवाने के निर्देश दिये।
    बैठक के अन्त में संभागायुक्त श्री अजीत कुमार ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह के रूप में भगवान महाकालेश्वर की तस्वीर भेंट की।

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