शास्त्रीय गायन, सितारवादन से सजा द्वितीय कालिदास संगीत समारोह
भारत रत्न पं. भीमसेन जोशी के सुपुत्र श्रीवास जोशी पुणे ने गाया राग दरबारी
उज्जैन। द्वितीय कालिदास संगीत समारोह की समापन संध्या पर शास्त्रीय गायन एवं सितारवादन की प्रस्तुतियां हुईं। जिसमें विशेष रूप से भारत रत्न पं. भीमसेन जोशी के सुपुत्र श्रीवास जोशी पुणे ने राग दरबारी की प्रस्तुति दी।
समारोह के प्रचार सचिव संजय दिवटे ने बताया कि स्वाराभिषेक सांस्कृतिक एवं समाजिक संस्थान द्वारा आयोजित कालिदास संगीत समारोह में रविवार सुबह कालिदास अकादमी अभिरंग नाट्यगृह में सुबह द्वितीय सभा का शुभारंभ हुआ जिसमें पं. योगेश देवले का गायन डाॅ. गोपालकृष्ण शाह दिल्ली का सितारवादन और कुमारी रिचा वेडेकर का सरोदवादन हुआ। शाम को कार्यक्रम का शुभारंभ पं. सुधाकर देवले, डाॅ. विवेक बंसोड़ एवं हितेन्द्र दीक्षित ने किया। संस्था परिचय संस्था अध्यक्ष रविन्द्र उज्जैनकर ने दिया। द्वितीय दिवस की प्रस्तुति के अंतर्गत डाॅ. योगेश देवले का शास्त्रीय गायन हुआ जिसमें उन्होंने राग अमृतवर्षीणी की प्रस्तुतियां दी। डाॅ. गोपालकृष्ण शाह दिल्ली ने सितारवादन में राग जोग प्रस्तुत किया। पं. श्रीनिवास जोशी पुणे का शास्त्रीय गायन हुआ। कलाकारों के साथ तबला संगत हितेन्द्र दीक्षित, निशांत शर्मा ने की। हारमोनियम संगति डाॅ. विवेक बंसोड़ ने की। संचालन डाॅ. विनीता माहुरकर ने किया एवं आभार डाॅ. योगेश देवले ने माना। इस अवसर पर नगर के संगीतज्ञ एवं श्रोतागण उपस्थित थे। दो दिवसीय कालिदास संगीत समारोह में उज्जैन के अलावा इंदौर, भोपाल, दिल्ली, मुंबई, पुणे, गुवाहाटी सहित देशभर से कलाकार प्रस्तुतियां देने हेतु आए। इस अवसर पर संस्थान के रवींद्र उज्जैनकर, डॉ. योगेश देवले, प्रशांत सोहले, योगेश गोरे, भूषण नाईक, तुषार गोड़, सुशील मूले, मनीष वरणगांवकर, श्रेयस कोरान्ने आदि मौजूद रहे।