क्षय रोग उन्मूलन पर उन्मुखीकरण कार्यशाला सम्पन्न
उज्जैन | जीत’ प्रोजेक्ट के समन्वय से होटल उज्जयिनी में बुधवार 16 अक्टूबर को क्षय रोग उन्मूलन पर उन्मुखीकरण कार्यशाला सम्पन्न हुई। कार्यशाला में प्रायवेट सेक्टर एवं पब्लिक सेक्टर के समस्त विशेषज्ञ एवं चिकित्सक शामिल हुए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल एवं डॉ.सुनीता परमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि देश से क्षय रोग उन्मूलन समय-सीमा 2025 निर्धारित है। जिले के सभी स्वास्थ्य प्रदाय संस्थाओं के सहयोग से क्षय रोगियों को मानक स्तर की सेवा प्रदान करने के लिये चिकित्सकों को शासन के नीति निर्देश एवं स्टेण्डर्ड टीबी केयर के प्रोटोकॉल से अवगत करवाने के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ.संदीप मिश्रा ने कार्यशाला को सम्बोधित कर विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की।
कार्यशाला में समस्त क्षय रोगियों को प्रेरित करना, रोगियों की खकार एवं अन्य सेम्पल के नमूनों को सीबीनॉट मशीन से जांच करवाना, एचआईवी एवं ब्लड शुगर की जांच करवाना, क्षय रोगियों के परिवार में छह वर्ष से कम आयु के बच्चों को आईसोमैक्स प्रोफाइलेक्सिस ट्रीटमेंट उपलब्ध करवाना, रोगियों के परिजनों को कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करवाना तथा मानक स्तर की औषधी नि:शुल्क लेने हेतु प्रेरित करना और उपचार पूर्ण कर रिलेप्स फ्री क्योर करने में मदद आदि बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा कर जानकारी दी गई।
वर्तमान में उज्जैन जिले में इस वर्ष 3341 पब्लिक सेक्टर एवं 931 प्रायवेट सेक्टर से नवीन क्षय रोगी पंजीकृत हुए हैं। इसमें से लगभग 65 से 70 प्रतिशत रोगियों की सीबीनॉट जांच की गई, जो कि मध्य प्रदेश में सर्वाधिक है। मेडिकल कॉलेज के सहयोग से जिले के लगभग 250 मल्टीड्रग रेसिसटेन्ट मरीज उपचारित हैं तथा बेडाक्यूलीन औषधी जिसकी कीमत प्रति मरीज 13 लाख रुपये है, जिले में 10 मरीजों को शासन द्वारा नि:शुल्क प्रदाय की जा रही है।
क्षय रोग उन्मूलन हेतु जन-समुदाय से यह अपेक्षा है कि किसी भी व्यक्ति को 15 दिन की खांसी, बुखार या वजन कम होना आदि लक्षण पाये जाते हैं तो तुरन्त उस व्यक्ति की खकार की जांच निकट के स्वास्थ्य केन्द्र में नि:शुल्क करवायें और क्षय रोग निकलने पर शासन द्वारा उत्तम दर्जे का नि:शुल्क उपचार करवायें।