नक्शा फाड़ने वाले वकील धवन पर राष्ट्रोह का प्रकरण दर्ज करने की मांग
अभा हिंदू महासभा ने राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री के नाम भेजे पत्र
उज्जैन। अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा अयोध्या मामले में सुनवाई के अंतिम दिन सुप्रीम कोर्ट में दिए गए साक्ष्य, मंदिर के फोटो का नक्शा मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन द्वारा फाड़कर 5 टुकड़े कर दिए गए। इसके विरोध में अखिल भारतीय युवा हिंदू महासभा मध्यप्रदेश द्वारा महामहिम राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री को पत्र लिखकर वकील के खिलाफ राष्ट्रद्रोह, न्यायालय की अवमानना का प्रकरण दर्ज करने की मांग की गई।
अभा युवा हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मनीषसिंह चैहान के अनुसार अयोध्या मामले में निर्णायक सुनवाई के दिनों के दौरान सुनवाई के अंतिम व 40वें दिन सर्वोच्च न्यायालय में 16 अक्टूबर को हिंदू महासभा द्वारा प्रस्तुत महत्वपूर्ण नक्शे को बाबरी मस्जिद पक्षकार के अभिभाषक राजीव धवन द्वारा फाड़ कर महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट कर दिया। यह नक्शा इस प्रकरण के लिए सबसे महत्वपूर्ण व निर्णायक साक्ष्य था जिससे सर्वोच्च न्यायालय प्रथम दृष्ट्या ही विवादित स्थल पर राम जन्मभूमि होना मानकर सीधे हिंदू पक्ष के हित में निर्णय अवश्य होता। संभवतया हिंदू पक्ष के समर्थन में इस महत्वपूर्ण साक्ष्य से प्रकरण में खुद को हारता देख राजीव धवन ने विधिक, नैतिक, राष्ट्रीयता, धार्मिक सहित आदर्शों पर ताक पर रख दिया। धवन ने सर्वोच्च न्यायालय के अस्तित्व को ही उसी के आंगन में नक्शा फाड़कर खुली चुनौती दे डाली। मनीष चैहान ने पत्र भेजकर मांग की कि समूचे मामले में राजीव धवन के खिलाफ राष्ट्रद्रोह, आपराधिक साजिश सहित गृहयुध्द, बाहरी युध्द की स्थितियां उत्पन्न करने, न्यायालय में साक्ष्य नष्ट करने सहित अन्यान्य विधि विरूध्द कृत्यों के आधार पर प्रकरण दर्ज किया जाकर इनको तत्काल जेल की सीखंचों के पीछे भेजा जाए तथा इनकी सनद तत्काल स्थाई रूप से निलंबित की जाए।