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शिक्षक कड़ी मेहनत कर बच्चों का भविष्य बनाने में महती भूमिका अदा करें



शिक्षा व्यवस्था में गुणवत्ता लाने का प्रयास करें - स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.चौधरी
उज्जैन | शिक्षक कड़ी मेहनत कर बच्चों का भविष्य बनाने में अपनी महती भूमिका अदा करें। शिक्षा में सुधार लाने हेतु शिक्षक खूब मेहनत कर इस वर्ष रिजल्ट शत-प्रतिशत लायें। शिक्षा व्यवस्था में गुणवत्ता लाने का प्रयास निरन्तर किया जाये। शिक्षकगण सम्मान के पात्र होते हैं। जितनी मेहनत शिक्षक बच्चों को पढ़ाने में करेंगे, उतने ही शाला का रिजल्ट बेहतर आयेगा। प्रदेश के समस्त शालाओं के शिक्षकगण इतनी मेहनत करें कि इस वर्ष का रिजल्ट शत-प्रतिशत आये, ताकि देश में प्रदेश का नाम पहले नम्बर पर आये। स्कूलों को बेहतर बनाने में प्राचार्यगणों की महती भूमिका होती है। प्राचार्यगण अपने-अपने शालाओं का रिजल्ट अच्छा लाने के लिये वातावरण का निर्माण करें। मेहनत करने से निश्चित ही सफलता हासिल होगी। कोशिश करने से किसी भी हार नहीं होती है।
   इस आशय के निर्देश ‍स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी ने कालिदास अकादमी परिसर स्थित संकुल में उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा के समस्त हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्यों को दिये। शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिये कि स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा बनाई गई योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से कर उच्च गुणवत्ता की शिक्षा बच्चों को दी जाये। शालाओं की प्रयोगशालाओं को क्रियाशील करें। प्राचार्य अपनी शाला के साथ-साथ आसपास की शालाओं की मॉनीटरिंग करें। ‘एक परिसर, एक शाला’, शाला दर्पण, शाला एवं छात्रावास आदि की मॉनीटरिंग की जाये। शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार लाने के लिये दक्षता उन्नयन ब्रिज कोर्स, कापी चैकिंग, रेमेडियल टिचिंग, बोर्ड परीक्षा में जीरो से 30 प्रतिशत परीक्षा परिणाम वाली शालाओं की मॉनीटरिंग, साइंस किट का उपयोग, मिशन-1000, शाला सिद्धि आदि पर कार्य किया जाकर अपनी-अपनी शालाओं में बेहतर वातावरण निर्माण किया जाये। योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक ढंग से हो, इसका अनिवार्य रूप से पालन किया जाये। प्राचार्य अपने मन में ठाने कि मेरी शाला का रिजल्ट शत-प्रतिशत आये और एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत हो, तभी शिक्षा में सुधार हो सकेगा। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.चौधरी ने बताया कि प्रदेश में अच्छे रिजल्ट देने वाले प्राचार्यों को मेरिट के आधार पर दिल्ली एवं साऊथ कोरिया क्रमवार वहां की शिक्षा व्यवस्था के अध्ययन के लिये भ्रमण हेतु भेजा गया। शासन के द्वारा इस बार पारदर्शिता के साथ प्राचार्य एवं शिक्षकों का स्थानान्तरण किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 19 अक्टूबर को प्रदेश के सभी संभागों में शासकीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने, विद्यालयों के उन्नयन, छात्र-छात्राओं को दी जा रही सुविधाओं और शिक्षकों के कल्याण के लिये किये जा रहे प्रयासों तथा निर्णय की जानकारी देने के लिये सभी शासकीय स्कूलों में पालक-शिक्षक संघ की बैठक आयोजित की जायेगी। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी ने प्राचार्यों से संवाद भी स्थापित किये और उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की।
   स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि शमी ने इस अवसर पर प्राचार्यों को निर्देश दिये कि कापी चैकिंग अनिवार्य रूप से की जाये। लापरवाही करने वाले शिक्षकों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। साइंस लेबोरेटरी बन्द न हो, इसकी सतत मॉनीटरिंग की जाये। पुस्तकालयों का अनिवार्य रूप से उपयोग होना चाहिये, इसकी भी मॉनीटरिंग की जाये। अपने-अपने शालाओं को मॉडल के रूप में विकसित किया जाये। अच्छा रिजल्ट देने वाले स्कूलों का अनुश्रवण किया जाये। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग की आयुक्त श्रीमती जयश्री कियावत ने कहा कि शासन के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का ठीक ढंग से क्रियान्वयन किया जाये। इस अवसर पर पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई।
   कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि शमी, आयुक्त श्रीमती जयश्री कियावत आदि ने स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी का पुष्पगुच्छ भेंटकर सम्मान किया। इस अवसर पर विधायक श्री मुरली मोरवाल, पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र भारती, अपर कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता, जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्यगण आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ.संदीप नाडकर्णी ने किया।

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