प्रदेश के पहले ड्रीम स्कूल का हुआ लोकार्पण
पंवासा स्कूल के विद्यार्थियों को टपकती छतों, मैदान में भरे पानी, खराब शौचालय जैसी समस्याओं से मिली मुक्ति
उज्जैन। मक्सी रोड़ स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय पंवासा में ड्रीम स्कूल बनकर तैयार हो गया, यहां विद्यार्थियों को टपकती छतों, मैदान में भरे पानी और शौचालय जैसी समस्याओं से अब मुक्ति मिलेगी। साउथ कोरिया की सेराजम इंडिया द्वारा स्कूल का मुख्य द्वार, बाहरी दीवारें, शौचालय, फर्श, छत और नवीन कक्ष का निर्माण कर यहां नवीनीकरण कर इसे ड्रीम स्कूल के रूप में विकसित किया। यह मध्यप्रदेश का पहला विद्यालय है जिसे सेराजम इंडिया द्वारा ड्रीम स्कूल के रूप में अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए अभूतपूर्व रूप दिया। जिसका लोकार्पण शुक्रवार को हुआ।
सेराजम इंडिया के म.प्र. झोनल डायरेक्टर शिशुपाल कुशवाह के अनुसार 5वें ड्रीम स्कूल शासकीय माध्यमिक विद्यालय पंवासा स्कूल 3 महीने में निर्मित किया गया जो अब स्कूली बच्चों को समर्पित किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में विधायक डाॅ. मोहन यादव, महापौर मीना जोनवाल, सेराजम इंडिया के सीईओ, शिक्षा विभाग के बीआरसी प्रबोध पांडे, डीपीएस पीएस सोलंकी, सेराजेम सीईओ को सुकबोंग, बीआरसी पीएस पंड्या मौजूद रहे। शिशुपाल कुशवाह ने बताया कि स्कूल में दो नए क्लासरूम निर्माण कार्य किये एवं समस्त स्कूल की छतों की मरम्मत एवं बिजली संबंधित मरम्मत और बच्चों को बैठने के लिए 100 बेंच और डेस्क एवं बाउंड्री का निर्माण एवं लड़का लड़कियों के लिए अलग अलग टॉयलेट एवं मैदान की मरम्मत, समर्सिबल पंप की मरम्मत, रेलिंग, साइकिल स्टैंड, नया स्टोर रूम निर्माण, प्रत्येक क्लासरूम में ग्रीन बोर्ड एवं लाइब्रेरी के लिए अलमारियों एवं प्रत्येक क्लासरूम के लिए पंखे, स्कूल के लिए ड्रीमवेल देने का कार्य किया गया। सेरेजम स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार 21 साल से और भारत में 14 साल से कार्य कर रही है। भारत में इसके लगभग 530 सेंटर कार्यरत है। स्वास्थ्य के साथ-साथ सामाजिक कार्यों के दायित्व के बड़े स्तर पर सीएसआर संपन्न हुआ आंगे भविष्य में सेराजेम इसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में ड्रीम स्कूल प्रोजेक्ट को गतिमान रखेगी। इसका उद्देश्य भारत में जल्दी से जल्दी लगभग 100 से लेकर 200 स्कूलों का निर्माण कार्य किया जाएगा और लोगों को स्वास्थ्य और शिक्षा का महत्व पता चले इसी के साथ भारत का भविष्य ही बेहतर बच्चों का भविष्य होगा इस नारे के साथ लगातार सेराजेम अपना कार्य करेंगी। इस अवसर पर मध्य प्रदेश सेराजेम के जोनल डायरेक्टर एवं एरिया डायरेक्टर और समस्त सेराजेम सेंटर के संचालक और स्टाफ स्कूल के शिक्षक सम्मिलित हुए।