अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और महामंत्री का निर्वाचन सर्वसम्मति
दस्तक न्यूज़ उज्जैन । उज्जैन महाकालेश्वर की नगरी के साथ ही कुम्भ की नगरी भी कहते है यहाँ हर 12 साल में सिंहस्थ का आयोजन होता है सिंहस्थ में सबसे ज्यादा महत्व आखाड़ो का होता है। इन्ही आखाड़ो के मुख्य पदाधिकारियो का आज हरिद्वार में चुनाव सम्पन्न हुआ। सनातन धर्म के सबसे बड़े संगठन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और महामंत्री का निर्वाचन सर्वसम्मति से हरिद्वार के कनखल में श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा में गुरुवार को हुआ। सभी 13 अखाड़ों के पदाधिकारियों ने एक बार पुनः अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के रूप में वर्तमान अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज और वर्तमान महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज को पुनः निर्वाचित घोषित किया। गुरुवार को हरिद्वार के कनखल स्थित श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों की बैठक संपन्न हुई जिसमें हरिद्वार कुंभ 2021 को लेकर विचार-विमर्श उपरांत निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न की गई, सभी 13 अखाड़ों ने सर्वसम्मति से दोनों को पुनः पद पर आसीन करते हुए उनका सम्मान किया। निर्मोही आणि अखाड़े के श्रीमहंत राजेंद्र दास जी महाराज और आव्हान अखाड़े के श्री महंत सत्य गिरी महाराज ने बताया कि दोनों संतों ने अखाड़ा परिषद की गरिमा को दिनों दिन बढ़ाया है। उज्जैन और इलाहाबाद कुंभ में जो कार्य अखाड़ों में करवाएं उसे निश्चित रूप से संतों में उनके प्रति गहरी आस्था और विश्वास है इसी के चलते हरिद्वार कुंभ 2021 की व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए दोनों पर पुनः भरोसा कर सभी अखाड़ों ने एकमत होकर उन्हें अध्यक्ष महामंत्री घोषित किया। इसके बाद निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज, जूना अखाड़ा के सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, प्रवक्ता श्रीमहंत नारायणगिरी महाराज, श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती महाराज, सचिव श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, निर्मल अखाड़े के महंत श्री देवेंद्र शास्त्री महाराज, बड़ा अखाडा के महंत श्यामदास महाराज, अग्नि अखाड़े के सभापति श्रीमहंत मुक्तानंद सरस्वती महाराज, महानिर्वाणी आखडे के श्रीमहंत रविन्द्र पूरी महाराज, दिगंबर अनी अखाड़े के श्रीमहंत किशनदास महाराज, बड़ा उदासीन अखाड़े के श्रीमहंत सहित सभी ने दोनों संतों का पुष्प माला पहनाकर सम्मान किया।