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विश्व शांति महायज्ञ एवं विधान की पूर्णाहुति एवं समापन किया श्री मज्जिनेंद्र अर्चना महोत्सव श्री महावीर तपोभूमि में दसवे दिन


घी एवं चंदन की धूप से स्वाहा कर की पूर्णाहुति

उज्जैन। श्री महावीर तपोभूमि में मुनि श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज के  महाराज जी आशीर्वाद से 10 दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को सर्वप्रथम श्रीजी का अभिषेक शांतिधारा कर चार कोनों में चार कलश स्थापित किए एवं 9 देवता की पूजा कर विश्व शांति महायज्ञ में घी और धूप से पूर्ण अर्घ्य समर्पित करते हुए संपन्न किया 10 दिवसीय महोत्सव संपूर्ण लोगों द्वारा प्रत्येक दिन किए गए अलग-अलग विधान करता परिवार को एक एक कलश प्रधान भी किया गया कार्यक्रम  इंजीनियर पंडित श्रेयश जैन ने कराया।

जानकारी देते हुए ट्रस्ट के सहसचिव डॉ सचिन कासलीवाल ने बताया कि दस दिवसीय श्री भगवद महार्चना महोत्सव के अंतर्गत श्री 1008 महावीर भगवान के प्रथम क्लश एवं शांतिधारा व मुख्य हवन करता का सोभाग्य वीरसेन मोती रानी जैन को प्राप्त हुआ एवं प्रथम मुख्य कलश स्थापना करता इंदर मल जैन एवं हवन के इंद्र के रूप में नरेंद्र राजमल विनायका  एवं डॉ एस के जैन विद्या जैन को प्राप्त हुई चार कलशों से अभिषेक करने का सोभाग्य सुनील ट्रंशपोट जैन, रूपेन्द्र सेठी, निर्मल सेठी, धीरेन्द्र सेठी को प्राप्त हुए

व श्री 1008 महावीर भगवान की शांति धारा करने का सोभाग्य राजेन्द्र व  1008 मुनीसुव्रतनाथ भगवान की शांतिधारा करने का सोभाग्य सौरभ कासलीवाल को प्राप्त हुआ

विधान कराने वाले सभी सदस्य एवं परिवारों का सम्मान ट्रस्ट के अध्यक्ष कमल मोदी सचिव दिनेश जैन सुपर शर्मा कोषाध्यक्ष इंदर मल जैन अतुल सोगानी, उपाध्यक्ष धरमचंद पाटनी वीरसेन जैन मोनिका धीरेंद्र सेठी ज्योति पुष्पराज जैन सुलोचना सेठी  अंजू ओम जैन रमेश जैन एकता  आदि संपूर्ण लोगों ने सम्मान किया

शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग के भव्य चल समारोह में महिलाएं सिर पर मंगल कलश लिए चल रही थी

धर्म हमें पानी, पेड़ पौधों, प्राकृतिक,पशुओं की रक्षा करना सिखाता हैरू-मुनि मार्दव सागर महाराज

उज्जैन।।शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग में मुनि श्री मार्दव सागर जी महाराज के सानिध्य में सुबह विशाल चल समारोह निकाला गया जिसमें हाथी घोड़ा ऊंट बग्गी बैंड बाजे के साथ धर्म ध्वजा लेकर आदमी आगे आगे चल रहा था महिलाएं केशरिया वस्त्र पहने थी पुरुष सफेद वस्त्र में थे एवं महिलाएं अपने सर पर मंगल कलश लेकर चल रही थी एवं पुरुष नाचते गाते हुए भक्ति भाव पूर्वक मुनि श्री के साथ चल रहे थे प्रमुख मार्गो से जुलूस निकला जिसमें मुनि श्री के रास्ते में पाठ प्रक्षालन समाज जनों ने किए टावर शहीद पार्क पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर पुरानी सब्जी मंडी होता हुआ जुलूस इंदिरा गांधी चैराहे से पुनः शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर पहुंचा जहां पर श्री जी के अभिषेक शांतिधारा के पश्चात मुनि श्री मार्दव सागर जी महाराज के प्रवचन हुए जिनमें उन्होंने कहा कि जैन धर्म में 9 देवताओं को नमस्कार किया जाता है यह 9 देवता ही जैन धर्म के मूल देवता है जितने भी शास्त्र बने हैं यह सभी पंच परमेष्ठी ,जिनवाणी, जिन मंदिर और जिन चैत्यालय को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं 

हमें जैन धर्म पेड़ पौधे की रक्षा सुरक्षा सिखाता है एवं पानी के अपव्यय को रोकना सिखाता है हमें चाहिए कि सरकार की नीति भी वर्तमान में यही है पानी बचाव प्राकृतिक बचाओ स्वच्छता लाओ बेटी बचाओ मुक पशु पक्षियों की रक्षा करो ऐसा हमारा और हमारी सरकार का उद्देश्य होना चाहिए तभी जाकर भारत विश्व गुरु की ओर अग्रसर होगा इस अवसर पर पाद प्रक्षालन का लाभ अनिल जैन सत्यम सीमेंट एवं विमल बजाज ने प्राप्त हुआ कार्यक्रम में ऋषि नगर दिगंबर जैन समाज की ओर से श्रीफल भेंट किया गया मंच संचालन हीरालाल बिलाला ने किया एवं संपूर्ण समाज ने कार्यक्रम पश्चात स्वल्पाहार ग्रहण किया

संपूर्ण व्यवस्था में ट्रस्ट के इंदर चंद जैन तेज कुमार विनायका प्रकाश चंद जैन रमेश चंद चैधरी हीरालाल बीलाला महेंद्र लुहारिया दिलीप विनायका विराट भक्ति महिला मंडल एवं मुनि भक्त महिला मंडल आदि लोगों थे  संपूर्ण जानकारी डॉ.सचिन कासलीवाल नदी

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