एक बकरी की मौत से कोलफील्ड्स को उठाना पड़ गया 2.68 करोड़ का घाटा
भुवनेश्वर। अक्सर सड़क पर दौड़ते तेज रफ्तार वाहनों की चपेट में आने से पालतू जानवरों की मौत हो जाती है। ऐसे में कईं बार तो वाहन चालक उस पालतू पशु का मुआवजा देकर छूट जाता है और कईं बार फरार हो जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि सड़क पर घूमती एक पालतू बकरी की वजह से किसी को ढाई करोड़ रुपए का फटका लगा हो। ऐसा सच में हुआ है और वो भी ओडिशा में जहां एक बकरी की मौत एक कोलफील्ड्स को ढाई करोड़ की पड़ी। इतना ही नहीं इस पूरे घटनाक्रम में सरकार को भी लाखों का नुकसान हुआ है।
जानकारी के अनुसार, घटना ओडिशा के भुवनेश्वर की है जहां सड़क दुर्घटना में बकरी की मौत हो गई। इस हादसे की वजह से महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) को 2.68 करोड़ नुकसान हुआ। साथ ही सरकार को टैक्स के रूप में मिलने वाले 46 लाख रुपये का घाटा हुआ।
बताया जा रहा है कि घटना, ओडिशा के अंगुल जिले में तालचेर कोयला क्षेत्र में सोमवार को तब हुई जब कोयला ढोने वाले एक वाहन, टिपर (डंपर) की चपेट में एक बकरी आ गई। उसके बाद स्थानीय लोगों ने 60 हजार रुपए मुआवजे की मांग को लेकर सुबह 11 बजे कोयले की ढुलाई रोक दी। पुलिस के हस्तक्षेप से लगभग साढ़े तीन घंटे बाद, ढाई बजे दोबारा कोयले की ढुलाई शुरू हुई।
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि साढ़े तीन घंटे ढुलाई नहीं होने से साइडिंग तक कोयला नहीं पहुंच पाया। इससे अनुमानित 1.4 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। जबकि रेलवे का रैक तैयार नहीं होने से 1.28 करोड़ का घाटा हुआ। कुल मिलाकर कंपनी को 2.68 करोड़ का घाटा हुआ। कंपनी ने गैर कानूनी तरीके से काम बाधित करने वालों के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्रतिबंधित क्षेत्र में स्थित है दुर्घटनास्थल
कंपनी ने जारी बयान में कहा है कि दुर्घटनास्थल प्रतिबंधित क्षेत्र में आता है। इस क्षेत्र में केवल कंपनी द्वारा अधिकृत व्यक्ति ही जा सकता है, लेकिन स्थानीय लोग जानबूझकर परिवहन के दौरान सड़क पर गिरने वाले कोयले को चुनने के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र में चोरी-छिपे आते हैं। साथ ही पशुधन को चराते हैं।