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नवरात्रि के तीसरा दिन, हृदय रोग जैसी बीमारी भी ठीक हो जाती है ऐसे मंत्रों से पंडित सुदर्शन जैन



श्री मज्जिनेंद्र अर्चना महोत्सव , श्री महावीर तपोभूमि उज्जैन
उज्जैन। ह््रदय रोग जैसी बीमारी भी ठीक हो जाती है ऐसे मंत्रों से जो हम आज शांतिनाथ मंडल विधान के रचना कर रहे हैं एवं मंडल विधान कर रहे हैं ऐसे मंडल से अनेक प्रकार के फायदे होते हैं जो हमें जिंदगी में पल-पल साथ देते हैं जो लोग नित भगवान की पूजा अर्चना करते हैं वह पुण्य साली होते हैं यह बात श्री महावीर तपोभूमि में चल रहे विधान के अंतर्गत पंडित सुदर्शन जैन पिनड्राइ वालों ने कही वही छोटे पंडित श्रेयांश जैन भक्ति भाव पूर्वक संपूर्ण पूजा अर्चना कार्रवाई सर्वप्रथम श्री महावीर तपोभूमि में भगवान  का अभिषेक, शांतिधारा कर सभी ने शांतिनाथ मंडल विधान को बड़े भक्ति भाव पूर्वक किया जिसमें 1 अक्टूबर ट्रस्ट के सहसचिव  डॉ.सचिन कासलीवाल ने बताया कि मंगलवार(तीज)शान्तिविधान विधान पुण्यार्जक में विमल जैन,गिरीश बिलाला,ओमजी अंजू जैन,सौरभ कासलीवाल,धमेन्द्र झांझरी सभी उज्जैन वाले परिवार को प्राप्त हुआ तपोभूमि मैं आए गुजरात गांधीधाम के लोगों का एवं समाज के अन्य लोगों का सम्मान ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष  अशोक जैन चायवाला  अध्यक्ष कमल मोदी सचिव  दिनेश जैन सुपर फॉर्म अतुल सोगानी  सारिका जैन वीरसेन जैन मोनिका सेठी ने किया।
बुधवार को महावीर तपोभूमि में सम्मेद शिखर विधान होगा।
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9 दिन के विधान में आचार्य परमेष्ठी विधान संपन्न हुआ शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग
दुखी दरिद्र जीवों को देखकर करुणा के भाव आना चाहिए मुनि मार्दव सागर जी महाराज
पुण्य की कमाई ही हमारे अगले भाव की फिक्स डिपाजिट है मुनिश्री
उज्जैन। पुण्य की कमाई निरंतर करते रहना है यही हमारे अगले भाव की फिक्स डिपाजिट है पंचाली व्यक्ति ही पूर्ण शालीन व्यक्ति ही दान कर सकता है जबकि पापी जिओ का पैसा सख्त कार्यों में नहीं लग पाता है उसका पैसा डॉक्टरों के घर भरने में लगता है या जुआ सट्टा या दूसरे लोग खा जाते हैं शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग में नव देवता विधान मंडल के अंतर्गत मुनि श्री मार्दव सागर जी महाराज में कहीं आचार्य परमेष्ठी विधान पर मुनिश्री ने कहा कि आचार्य के 36 मूल गुण होते हैं आज आपने उनके 36 गुणों की पूजा की है उनके गुणों में 10 लक्षण पर्व के 10 गुण प्रमुखता से आते हैं इसी तरह शट आवश्यक भी मुख्य गुण है केश लोचन करना खड़े-खड़े भोजन करना एक समय भोजन पानी करना आदि मुख्य क्रियाओं का आचार्य परमेष्ठी दृढ़ता से पालन करते हैं मुनि श्री ने कहा कि पाचन शास्त्रों का जूना उद्धार करना बहुत बड़ा पुण्य है यह भी एक तरह का सामायिक है एक मंदिर का जीर्णोद्धार 100 नए मंदिर बनाने जितना पुण्य लगता है बहुत सारे भाई बहन मंदिरों में शास्त्रों के रखरखाव मैं अपना समय देते हैं उन्हें समाज को सम्मानित करना चाहिए एवं आपने कहा कि आचार्य जगत पूज्य होते हैं जो जैन धर्म के मुख्य आधार स्तंभ हैं वह स्वयं चलते हैं और दूसरों को चलाते हैं शक्ति रुप से आप सभी आचार्य बनने की सामर्थ शक्ति रखते हैं हमें भोजन करते समय टीवी एवं मोबाइल का त्याग करना चाहिए दुखी दरिद्र जीवो को देखकर करुणा के भाव आना चाहिए उन्हें अभयदान देना चाहिए हमें गलत चीज का निषेध करना चाहिए विरोध करना चाहिए एवं अच्छी चीज का खूब प्रचार प्रसार करना चाहिए अनुसरण करना चाहिए एवं अनुसरण कर आना चाहिए शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत अहिंसा व्रत का महत्व विषय पर यम पाल चांडाल नाटक का मंचन हुआ मंगलवार विधान में शांति धारा के पुण्य आजाद रमेश चंद चौधरी परिवार थे डॉ.सचिन कासलीवाल ने बताया कि बुधवार को उपाध्याय परमेष्ठी का विधान होगा अधिक से अधिक धर्मावलंबी लोगों से चतुर्मास कमेटी ने अनुरोध किया।

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