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नव दिवसीय जिनेंद्र महार्चना महोत्सव 29 सितम्बर से 8 अक्टूबर तक



29 सितम्बर रविवार.. ध्वजारोहण, मण्डप शुद्धि कलश स्थापना अखण्ड दीप प्रज्ज्वलन श्रीजी के अभिषेक पूजा
भक्तामर विधान से प्रारम्भ होगा
उज्जैन। सिद्ध क्षैत्र श्री महावीर तपोभूमि उज्जैन में तपोभूमि प्रणेता गुरुवर 108 श्री प्रज्ञासागर जी महाराज के आशीर्वाद एवं प्रेरणा से नव दिवसीय जिनेन्द्र महाअर्चना महोत्सव 29 सितम्बर से 8 अक्टूम्बर तक बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाएगा, प्रतिदिन सुबह भक्ति पूर्वक विधान किया जाएगा विधान मैं अपना नाम देंगे उनका ही नाम निर्धारित होगा एवं प्रतिदिन विधान के बाद तपोभूमि में विराजित अतिशयकारी माता पद्मावती की गोद भराई होगी जिसे भी माता पद्मावती की गोद भरवाना है वह माता की  गोद भर या भरवा सकते हैं माता की गोद भरवाने वाले पुण्यार्जक परिवार को माताजी को चढ़ाई गई साड़ी और महा प्रसाद, माता के आशीर्वाद स्वरुप प्रदान कर दिया जाएगा। इस भक्ति महोत्सव में अधिक से अधिक परिवार शामिल होकर धर्मलाभ लेवें।।नव दिवसीय 
जिनेंद्र महार्चना महोत्सव
29 सितम्बर से 8 अक्टूबर तक
29सितम्बर रविवार..ध्वजारोहण...
              मण्डप शुद्धि
              कलश स्थापना
             अखण्ड दीप प्रज्ज्वलन
             अभिषेक पूजा

  29 सितंबर को भक्तामर विधान...प्रारम्भ प्रारंभ होगा एवं प्रत्येक दिन अलग विधान होगा जानकारी देते हुए डॉ सचिन कासलीवाल ने बताया कि

30 सितम्बर सोमवार --
                 -महावीर विधान
1अक्टूम्बर मंगलवार--
                       -शान्तिविधान
2अक्टूबर बुधवार-
                सम्मेदशिखर विधान
3 अक्टूबर गुरुवार
              -चौसठ रिध्दि विधान
4-अक्टूबर शुक्रवार
                -कलिकुण्ड विधान
5 अक्टूबर शनिवार
                 -कर्म दहन विधान
6 अक्टूबर रविलवार
                 -ऋषि मंडल विधान
7 अक्टूबर-सोमवार
                    मृत्युंजय विधान
8 अक्टूबर मंगलवार
               -विश्व शांति महायज्ञ
                     के साथ समापन
निर्देश...1.विधानचार्य..पंडित श्री श्रेयस जैन
                         एवं दीपेश जैन
      
प्रत्येक दिन विधान सुबह साढ़े सात बजे से शुरु होकर साढ़े दस बजे तक चलेगा।

प्रतिदिन एक से ज्यादा परिवार भी विधान करवा सकते है।
हर विधान कर्ता परिवार को अपने साथ कम से कम 25 लोगों को लाना अनिवार्य है।
विधान में बैठने वालों के लिये भोजन की व्यवस्था तपोभूमि में ही रहेगी।
विधान कर्ता परिवार को सौधर्म इंद्र बनकर विधान करने का अवसर मिलेगा।
प्रथम कलश और पूर्ण कलश भी विधान कर्ता परिवार ही करेगा।
शांतिधारा की बोली लगेगी।

विधान कर्ता परिवार को एक मंगल कलश 19 तारीख को दिया जाएगा।बाहर वालो को कलश विधान के दिन ही दे दिया जाएगा।
विधान कर्ता परिवार को एक नया धोती दुपट्टा दिया जाएगा। शेष परिवार के लोग मन्दिर के धोती दुपट्टा पहनेंगे।
हार मुकुट की व्यवस्था भी रहेगी।जिन्हें विधान के बाद तपोभूमि में ही रखकर जाना है।
विधान की तारीख पर्चियाँ निकालकर निश्चित होगी।ताकि शनिवार रविवार के लिए खींचतान न हो।

 महिलाओं को विधान में लाल साड़ी पहनकर आना है।
विशेष.....(1)प्रतिदिन विधान के बाद से माता पद्मावती की गोद भराई होगी।जिसे भी तपोभूमि में विराजित अतिशयकारी माँ पद्मावती की गोद भरना या भरवाना है वे तो वह लोग अपना नाम देकर गोद भर या भरवा सकते है।गोद भरने वाले परिवार को माँ को चढ़ाई गई साड़ी और महा प्रसाद प्रसाद स्वरूप दिया जाएगा।
(2)तपोभूमि के एक कक्ष में गुरुदेव के आशीर्वाद से कुम्भ स्थापना होगी जहां पर भगवान पार्श्वनाथ के समक्ष कार्य सिद्धि हेतु विधान कर्ता या अन्य सभी लोग जितनी चाहे उतनी जाप कर सकते है।रोज जाप करना जरूरी नहीं है।

व्यवस्थित व्यवस्था के लिए कृपया आप अपना नाम शीघ्रता से  दर्ज करवा कमल मोदी,दिनेश जैन सुपर फार्मा,इंदरमल जैन,विमल चंद जैन,धर्मचंद पाटनी,डॉ.सचिन कासलीवाल ,अतुल सोगानी को करवा सकते हैं

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