दुनिया का एक ऐसा स्वघोषित देश, जिसकी आबादी संख्या है सिर्फ 23
आपके हिसाब से एक देश की जनसंख्या कितनी कम हो सकती है. 10 हजार या फिर 5 हजार. अधिकतम से अधिकतम 1 हजार. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे स्वघोषित देश (माइक्रोनेशन) के बारे में बताएंगे, जिसकी जनसंख्या मात्र 23 है. यानि इस माइक्रोनेशन में केवल 23 लोग रहते हैं. हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में स्थित प्रिंसिपैलिटी ऑफ हट रिवर की. इसमें खास बात यह है कि यहां रहने वाले सभी 23 लोग एक ही परिवार के लोग हैं. यह प्रिंसिपैलिटी ऑफ हट रिवर 75 स्क्वायर किलोमीटर के एरिया में फैला हुआ है.
1970 में स्वघोषित देश बना था
प्रिंसिपैलिटी ऑफ हट रिवर 1970 में स्वघोषित देश बना था. हमें यहां पर जाने के लिए अलग वीजा की जरूरत पड़ती है, जिसकी कीमत 4 हजार डॉलर है और यह आसानी से मिल भी जाता है. इस माइक्रोनेशन को स्थापित करने वाले व्यक्ति का नाम लियोनार्ड कस्ले है.
दिलचस्प है कहानी
पहले यह क्षेत्र ऑस्ट्रेलिया के साथ ही मिला हुआ था, लेकिन 1969 में ऑस्ट्रेलिया में आए एक गेहूं कोटा बिल के कारण यह एरिया एक दूसरा स्वघोषित देश बन गया. वीट कोटा बिल के अंतर्गत कोई भी किसान सरकार को 100 एकड़ से ज्यादा का गेहूं नहीं बेच सकता.
लेकिन लियोनार्ड के पास 1300 हज़ार एकड़ से ज्यादा की खेती थी और सरकार के इस बिल के कारण उनका काफी अनाज खराब हो जाता था. उन्होंने बहुत कोशिश की बात बनाने की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और उसके बाद लियोनार्ड ऑस्ट्रेलिया से अलग हो गए. और इस तरह प्रिंसिपैलिटी ऑफ हट रिवर के रूप में स्वघोषित देश की स्थापना हुई.
क्या है खास
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस स्वघोषित देश के पास खुद का झंडा है और खुद की मुद्रा भी है. आपको बता दें कि लियोनार्ड ने ब्रिटेन की महारानी को अपने देश की महारानी बनने का भी आग्रह किया था. लेकिन उन्होंने ऐसे करने से मना कर दिया था. यहां वैसे तो देखने के लिए कुछ ज्यादा खास नहीं है, लेकिन यहां पर लोगों को प्राकृतिक खूबसूरती और सुकून मिलता है. साथ ही यहां पर एक पिंक रिवर भी है.