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वीआईपी के बंगलें में घुसने की मिली ऐसी सजा, कोतवाली में गुजारनी पड़ी बकरे को रात



मुरैना . आपने पुलिस थानों में अब तक चोर-बदमाशों अाैर अपराधियों को बंद होते तो देखा व सुना होगा। मुरैना के सिटी कोतवाली में एक बकरे को अपनी पूरी रात पुलिस कस्टडी में गुजारनी पड़ी। बकरे का कुसूर सिर्फ इतना था कि वह एक वीआईपी के बंगले में कूद गया। हालांकि सुबह जब बकरे के मालिक को यह बात पता चली तो कोतवाली पहुंचा और अपने बकरे को छुड़ाकर लाया।

जानकारी के अनुसार मुरैना शहर की वाटर वर्क्स कॉलोनी में रहने वाला दीपक (35) पुत्र बलराम बाल्मीकि का बकरा शनिवार की शाम छूटकर भाग गया। यह बकरा कोतवाली के पास स्थित एक वीआईपी के बंगले में घुस गया और उत्पात मचाने लगा। वीआईपी ने तत्काल सिटी कोतवाली फोन कर इसकी सूचना दी। मामला वीआईपी से जुड़ा था इसलिए तत्काल कोतवाली के पुलिसकर्मी बंगले में घुसे और बकरे को पकड़ लाए। सिटी कोतवाली के अंदर बंद कर दिया। बेचारे बकरे को पूरी रात कोतवाली में गुजारनी पड़ी। सुबह जब बकरा मालिक दीपक वाल्मीकि अपने बकरे को ढूंढ़ते हुए कोतवाली पहुंचा तो उसे पूरे वाकया की जानकारी हुई। सिटी कोतवाली पुलिस ने रोजनामचा में बकरा मालिक का नाम व पता दर्ज कर बकरे को उसके सुपुर्द कर दिया। 

इसलिए रातभर थाने में बंद रहा बकरा : मामले में रोचक बात यह है कि जब पुलिस ने वीआईपी के बंगले से बकरा पकड़ा तो वह असमंजस में पड़ गई, क्योंकि पुलिसकर्मियों को डर था कि कहीं बकरे को रात में छोड़ दिया और इसे कोई और पकड़ ले गया तो सुबह वीआईपी के सवालों का क्या जबाव देंगे। ऐसे में पुलिस ने रातभर बकरे को कस्टडी में रखा।

हमें किसी ने रात में सूचना दी कि एक बकरा घूम रहा है। हमने सोचा कि कोई रात में बकरे को पकड़कर ले जाएगा या काटकर खा जाए तो किसी गरीब का नुकसान होगा। इसलिए हमने उसे रातभर थाना परिसर में रखा। सुबह जब उसका मालिक आ गया तो उसके सुपुर्द कर दिया।’  -शिवसिंह यादव, टीआई सिटी कोतवाली

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