रामायण-महाभारत पर बयान देने वाले सीपीएम महासचिव येचुरी के खिलाफ FIR दर्ज
हरिद्वार। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी पर रामायण और महाभारत को लेकर टिप्पणी करने को लेकर प्रकरण दर्ज कर लिया गया। योगगुरु बाबा रामदेव और अन्य ने येचुरी के खिलाफ शिकायत की थी।
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी के बयान से संतों में आक्रोश है। बाबा रामदेव ने इसे धार्मिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय पाप बताया है।
स्वामी सत्यामित्रानंद गिरि ने कहा कि सीताराम को अपना नाम बदलकर रावण रख लेना चाहिए। सत्यामित्रानंद यहां तक कह गए कि "येचुरी को यदि तोप से उड़ा दिया जाए तो परमात्मा की कृपा होगी।" उन्होंने कहा कि अपने इस बयान के लिए वह जेल जाने को तैयार हैं।
संतों ने हरिद्वार एसएसपी जन्मजेय खंडूरी से मिलकर येचुरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। खंडूरी ने कहा कि मामले में विधिक राय लेने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
शुक्रवार को येचुरी ने कहा था कि रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों से साबित होता है कि हिंदू हिंसक भी हो सकते हैं।
दूसरी ओर वामपंथी पार्टियों ने कभी भी रामायण और महाभारत को कभी इतिहास नहीं माना, वह इन्हें हमेशा मिथक बताती रहीं हैं। लेकिन अब ये पार्टियां भाजपा को घेरने के लिए रामायण और महाभारत के बहाने हिंदुओं पर हिंसक होने का आरोप लगा रही है।
बाबा रामदेव ने कहा कि येचुरी ने बिना रामायण, महाभारत, वेद और उपनिषद पढ़े यह टिप्पणी कर डाली कि हिंदू स्वभाव से हिंसक होते हैं। यह आपत्तिजनक है।
उन्होंने कहा कि अगर येचुरी को आपत्ति है तो वे स्वयं का नाम रावण, कंस, बाबर और तैमूर आदि रखें। चेतावनी दी कि उन्होंने माफी नहीं मांगी तो संत समाज सड़कों पर उतरने को विवश होंगे।
भारत माता मंदिर संस्थापक स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि सीताराम येचुरी हिंदुओं को हिंसक बताते हैं। भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया। आतंकवादी का सामना हिंसा नहीं वीरता कहलाती है।