top header advertisement
Home - उज्जैन << सिद्धचक्र महामंडल विधान के लिए निकाली घट यात्रा, धर्म ध्वजा के साथ निकले पुरुष और महिलाओं ने सर पर रखे कलश

सिद्धचक्र महामंडल विधान के लिए निकाली घट यात्रा, धर्म ध्वजा के साथ निकले पुरुष और महिलाओं ने सर पर रखे कलश



उज्जैन। श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर लक्ष्मीनगर में मंगलवार को श्री सिध्दचक्रमंडल पूजा विधान की घट यात्रा निकाली। घट यात्रा में महिलाएं केसरिया साड़ी पहने सर पर  कलश रखकर चल रही थी वहीं पुरुष श्वेत वस्त्र धारण कर  धर्म ध्वजा हाथ में लेकर चले। बैंड बाजे ढोल धमाकों के साथ घट यात्रा में संपूर्ण समाज जन एकत्रित हुए। सर्व प्रथम घट यात्रा महावीर दिगंबर जैन मंदिर लक्ष्मीनगर से सुबह 7.30 बजे जुलूस के रूप में श्री शांतिनाथ दि जैन मंदिर पहुंची वहां से घटयात्रा पुनः महावीर जैन मंदिर में आई।
मंदिर परिसर में श्री 105 आर्यिकारत्न दुर्लभमति माताजी ससंघ सानिध्य में प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्चारी अरुण जैन कटंगी वाले ओर पंडित खुमानलिंह के निर्देशन में ध्वजवंदन कार्यक्रम अशोक पाटनी ज्योतिषी ने संपन्न कवाया। ध्वजारोहणकर्ता नरेंद्र बिलाला ओर अरुण गोधा, अजमेरवाले परिवार को यह सौभाग्य प्राप्त हुवा। इस अवसर जैन समाज के साधर्मियों ने पूर्ण कार्यक्रम में धर्मलाभ लिया। घटयात्रा के दौरान समाजजन पारंपारिक वेशभुषा में होने से विशेषता नजर आ रही थी। इसके पश्चात पात्रों का चयन किया गया। श्री सिध्दचक्रमंडल बुधवार से प्रारंभ होगा जिसमें सर्वप्रथम ध्वजारोहण नरेंन्द्र बिलाला, अरुण गोधा अजमेर, सौधर्म शेलेन्द्र शाह, कुबेर केवलचन्द मुकेशकुमार पहाडिया, यग्य नायक रमेश जैन ऑडीटर, मैनासुन्दरी श्रीपाल के सी जैन रिटा डिप्टी कलेक्टर होंगे। महामंडल विधान सुबह 6ः30 बजे से ही प्रारंभ हो जाएगा अभिषेक शांतिधारा महामंडल विधान की पूजा माता जी के प्रवचन आदि संपूर्ण कार्य आयोजित किए जाएंगे। समाज सचिव सचिन कासलीवाल ने बताया कि मंगलवार को माताजी ने श्रीसिध्दचक्रमंडल विधान का महत्व विस्तार से समझाया। समाज के लोगों से माताजी ने कहा कि विधान में आवश्यक रूप से शामिल होना चाहिए जो लोग धार्मिक आयोजनों में सम्मिलित होते हैं वह अपने पुण्य प्रताप से होते हैं और पुण्य प्रताप को बढ़ाते भी हैं। श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर लक्ष्मी नगर ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक जैन गुना वालों ने सभी धर्मावलंबी लोगों से निवेदन करते हुए कहा है कि अधिक से अधिक लोग कार्यक्रमों में सम्मिलित होवे। कार्यक्रम पश्चात सभी ने स्वल्पाहार ग्रहण किया।

Leave a reply