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कलेक्टर की अध्यक्षता में एआरओ व निर्वाचन संबंधि अधिकारियों का प्रशिक्षण सम्पन्न


निर्वाचन के सभी व्ययों की सख्ती से निगरानी की जाए

एआरओ के कार्यालयों में सभी आवेदनों का निराकरण

संबंधित अधिकारियों के द्वारा किया जाएगा

    उज्जैन । कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री शशांक मिश्र की अध्यक्षता में समस्त एआरओ, निर्धारित नोडल अधिकारियों एवं निर्वाचन कार्य में लगे अन्य अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अंतर्गत लोक सभा निर्वाचन नाम निर्दिष्ट प्रत्येक अभ्यर्थी के नामांकन की तारिक से निर्वाचन परिणाम की घोषणा की तारीख तक उसके द्वारा या उसके निर्वाचन अभिकर्ता द्वारा प्राधिकृत किये गये सभी व्ययों की निगरानी रखने , रखरखाव करने व प्रचार अभियान के दौरान गैर अनुज्ञेय व्ययों पर निगरानी रखने के लिए दलों को सौंपे गये दायित्वों का निर्वह्न भलीभॉति करें।  कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे लोकसभा निर्वाचन अवधि में निर्वाचन के सभी व्ययों की निगरानी सख्ती से रखी जाये। राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों आदि की अनुमतियों हेतु आवेदन प्रस्तुत करने पर उन आवेदनों के निराकरण संबंधित एआरओ के कार्यालय में तैनात प्रमुख विभागों के अधिकारी/कर्मचारी एक ही स्थान से करेंगे।

    प्रशिक्षण के दौरान पॉवर पाईंट प्रजेंटेशन के माध्यम से खर्च निगरानी प्रकोष्ठ, फ्लाईंग स्कॉड टीम, स्टेटिक सर्वेलेंस टीम के कर्तव्यों आदि के बारे के विस्तृत जानकारी दी गयी और सौंपे गये दायित्वों का निर्वह्न करने हेतु कहा गया। गठित की गयी टीमों के द्वारा की गयी कार्यवाही की फोटो वीडियों रिकार्डिंग अनिवार्य रूप से की जाए। फ्लाईंग स्कॉड टीम प्रत्येक थाना क्षेत्र में रहेगी। टीम में कार्यपालिक मजिस्ट्रेट एवं एक पुलिस अधिकारी रहेंगे। ये टीम समस्त प्रकार के निर्वाचन खर्च एवं आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों को देखेंगी। टीम की गयी कार्यवाही की रिर्पोट जिला नियंत्रण कक्ष या कॉल सेंटर को करेगी।  नगद या अन्य जप्ती की रिर्पोट निर्धारित प्रपत्र में तैयार करेगी, जिसकी वीडियों रिकॉर्डिंग अनिवार्य रूप से होगी। टीम संबंधित थाना क्षेत्र में एमसीसी का पालन सुनिश्चित करवायेगी और सभा, जुलूस व रैलियों के दौरान कानून व्यवस्था देखेगी।

    इसी तरह प्रशिक्षण में बताया गया कि प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में तीन या तीन से अधिक एसएसटी दल होगे। इनमे एक विशेष कार्यपालिक दंडाधिकारी और एकाधिक पुलिस अधिकारी होंगे। यह टीम मुख्य मार्गो, आंतरिक मार्गो, अंर्तराज्यीय या अंतरजिला मार्गो पर चैक पोस्ट लगाकर निगरानी रखेगी। प्रतिदिन की जाने वाली कार्यवाही की दैनिक रिर्पोट एसपी, आरओ एवं एआरओ को प्रस्तुत करेगी। चैकिंग के दौरान शंकास्पद नगद/ उपहार जब्त करना व अपराध प्रतीत होता है, तो सीआरपीसी/आईपीसी की धाराओं के तहत कार्यवाही सुनिश्चित करेगी। टीम कार्यवाही करते समय समस्त प्रकार की शिष्टता शालीनता एवं नम्रता का ध्यान रखेगी। जब्ती का पंचनामा बनाया जाकर उसकी वीडियो ग्राफी कर जब्ती की पावती संबंधित को देना सुनिश्चित करेंगी। उक्त कार्यवाही की रिपोर्ट एसपी, डीईओ, एआरओं, नोडल अधिकारी एवं ऑब्जर्वर को भेजेगी।

    प्रशिक्षण में  अपर कलेक्टर श्री ऋषभ गुप्ता, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी निलेश पारिख, अपर कलेक्टर श्री आरपी तिवारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती शैली कनाश तथा संबंधित टीमो के अधिकारी एवं सहायक अधिकारी उपस्थित थे।

 

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