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महाशिवरात्रि महोत्सव में दो दिवसीय सत्संग साधना शिविर आज से



समस्याओं का समाधान दीक्षा, साधना, ध्यान, योग से करेंगे स्वामी कमलेश्वरानंद 
उज्जैन। महाशिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य में दो दिवसीय सत्संग साधना शिविर का आयोजन आज से सामाजिक न्याय परिसर आगर रोड़ पर किया जाएगा। ध्यान योग जन जागृति सेवा संस्थान द्वारा आयोजित महाशिवरात्रि महोत्सव महाशक्ति साधना दीक्षा में गुरूदेव स्वामी कमलेश्वरानंद समस्याओं का समाधान दीक्षा, साधना, ध्यान, योग से करेंगे। 
शहर कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष रवि राय एवं समाजसेवी हरीसिंह यादव ने बताया कि पिछले तेरह वर्षों से महाशिवरात्रि महोत्सव पर किये जा रहे सत्संग साधना शिविर का आयोजन इस वर्ष 3 एवं 4 मार्च को सामाजिक न्याय परिसर में किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत स्वामी कमलेश्वरानंद द्वारा दुर्लभ महाकाल महाशक्ति साधना सिध्दि दीक्षा प्रदान की जाएगी। स्वामी कमलेश्वरानंद ने कहा कि तन यंत्र मन मंत्र और प्राण तत्व है। संपूर्णता से सद्गुरू में समर्पण मनुष्य को शक्ति से संपन्न कर देता है और फिर साधक शिष्य अपने जीवन की समस्याओं का समाधान स्वतः पा लेता है। आवश्यकता है ऐसे सद्गुरू से मंत्र दीक्षा लेने की। स्वामीजी ने कबीर साहेब को याद करते हुए कहा कि पोथी पढ़-पढ़ कर जग मुआ पंडित भया न कोई, ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े सो पंडित होए। स्वामीजी ने कहा कि मनुष्य जीवन की सबसे बड़ी आवश्यकता प्रेम है, सबसे बड़ी उपलब्धि भी प्रेम है, मनुष्य जीवन की सबसे बड़ी उंचाई भी प्रेम है, मनुष्य जीवन का सबसे बड़ा दुख जिसे प्रेम की आवश्यकता है हर जीव को है उसी का आभाव अब होने लगा है। प्रेम एक महाऔषधी है जो बीमार व्यक्ति को प्रदान किया जावे तो उसके रोग समाप्त करने में सहायक है। सबसे पहले प्रेम ईष्वर को समर्पित करो फिर माता-पिता को उन तीनों को अर्पित करने लगे तो प्रेम तुम्हारे स्वभाव में उतरने लगेगा फिर तुम संपूर्ण जगत को प्रेम करने लगोगे, प्रेम से निहारने लगोगे प्रेम तुम्हारे प्रकृति में, प्रेम तुम्हारे दृष्टि में फिर देखो तुम्हारा जीवन कितना सुंदर हो जाता है। तुम स्वयं की प्रकृति से दूर होते जा रहे हो इसलिए परेशान, हैरान और निराशा में जीने लगते हो और तुम्हारे मन की ऐसी स्थिति में तुम हर पल समाप्त होने में लगे हो। मैं तुम्हारे गुरू की तरह ही हूं मैं तुम्हारे जीवन का उद्धार चाहता हूं। इसलिए प्रेम पथ की कल्पना तुम्हारे लिए है, आओ मेरे हृदय में समाहित हो अपने जीवन को संपूर्ण कर लो। 
शिविर में स्वामी कमलेश्वरानंद एवं साध्वी ब्रह्माप्रिया नम्रता कमलिनी के सानिध्य में अति गोपनीय, अद्वितीय, श्रेष्ठ, सर्व रोग, शोक, संताप समाप्ति एवं सर्वसुख शांति, समृध्दि, शक्ति प्राप्ति की महादीक्षा प्रदत्त की जाएगी। रवि राय ने बताया कि शिविर का शुभारंभ 3 मार्च रविवार को प्रातः 8 बजे कलश यात्रा से होगा। कलश यात्रा गोपाल मंदिर से प्रारंभ होगी जो कंठाल, निजातपुरा, बम्मनवाड़ा, चरक हॉस्पिटल होते हुए सामाजिक न्याय परिसर पहुंचेगी। इसी दिन दोपहर में 3 से 5 बजे तक प्रवचन, 5 से 7 बजे तक समस्या समाधान तथा शाम 7 बजे से दीक्षा कार्यक्रम प्रारंभ होगा। वहीं 4 मार्च को प्रातः 8 बजे से महारूद्राभिषेक प्रारंभ होगा। 11 बजे महाकाल महाशक्ति यज्ञ होगा तथा शाम 5 बजे विशेष साधना एवं प्रवचन होंगे। समस्त आयोजनों में शहरवासियों से शामिल होने का अनुरोध एडमिनिस्ट्रेटिव को ऑर्डिनेटर अमृता अमृतम, रवि राय, हरिसिंह यादव, भगवान खांडेगर, बादल सिंह, बंटी करे आदि ने किया है। 

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