NIA की टीम आज जाएंगी पुलवामा, राजनाथ सिंह लेंगे हालात का जायजा, पीएम मोदी लेगे कैबिनेट की अहम बैठक
नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर के लेथपोरा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए। मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी गई है। एनआईए की एक 12 सदस्यीय टीम शुक्रवार को हमले वाली जगह पर फोरेंसिक साक्ष्य जुटाएगी। इसमें एक आईजी रैंक के अफसर को भी शामिल किया गया है। दूसरी तरफ आतंकी हमले के बाद कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट कमेटी की भी बैठक होगी। इसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री भी शामिल होंगे।
सबसे बड़ा फिदायीन हमला
जम्मू से श्रीनगर जा रही सीआरपीएफ की 78 गाड़ियों के काफिले पर आतंकियों ने फिदायीन हमला कर दिया था। इस काफिले में 2547 जवान शामिल थे। जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है। विस्फोटकों से भरी गाड़ी के जरिए अब तक का सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले अक्टूबर 2001 में कश्मीर विधानसभा पर भी इसी तरह हमला हुआ था। इसमें 38 मौतें हुई थीं।
हालात का जायजा लेने श्रीनगर जाएंगे राजनाथ सिंह
गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की पूरी जानकारी लेने श्रीनगर जाएंगे। इसके अलावा वे यहां वरिष्ठ सुरक्षा और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इसमें आगे की कार्रवाई पर चर्चा होगी।
एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो भेजे जाएंगे श्रीनगर
जांच के लिए एनआईए के साथ नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) के एंटी टेरर एक्सपर्ट्स भी श्रीनगर जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक, एनएसजी की ब्लैक कैट कमांडो फोर्स के विस्फोटक विशेषज्ञों की एक टीम भी जांच में एनआईए की मदद करेगी। बताया जा रहा है कि आतंकी ने जिस गाड़ी से सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया उसमें 100 किलोग्राम विस्फोट भरा था।
कैसे हुआ हमला?
जैश के आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो ने दोपहर 3:15 बजे यह फिदायीन हमला किया। उसने एक गाड़ी में विस्फोटक भर रखे थे। जैसे ही सीआरपीएफ का काफिला लेथपोरा से गुजरा, आतंकी ने रॉन्ग साइड से आकर अपनी गाड़ी जवानों से भरी बस से टकरा दी। जिस बस को हमले के लिए निशाना बनाया गया, वह 76वीं बटालियन की थी और इसमें 39 जवान सवार थे। बताया जा रहा है कि आदिल ने एक गाड़ी में 100 किलोग्राम विस्फोट भर रखा था। पुलवामा के काकापोरा का रहने वाला आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था।