भारतीय जवानों के लिए सरकार खरीदेगी 72000 नई असल्ट राइफल
नई दिल्ली। भारतीय फौज को आधुनिक एवं तेज हथियारों से लैस करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों के लिए 72000 सिग साउर असाल्ट राइफल खरीदने के लिए सरकार ने अमेरिकी कंपनी के साथ सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं। ये हथियार फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के तहत खरीदे जाएंगे। अमेरिकी कंपनी सिग सौर 7.62 गुणा 51 मिमी की बंदूकों की आपूर्ति करेगी। इनकी इंसास 5.56 गुणा 45 राइफल्स की जगह पर तत्काल जरूरत है। भारतीय थल सेना के जवान इंसास राइफल्स पर प्रमुख रूप से निर्भर हैं।
इसकी खरीद फास्ट ट्रैक प्रोक्यूरमेंट (एफटीपी) के तहत की जा रही है। हालांकि, भारतीय सेना को अकेले करीब 8.16 लाख राइफलों की जरूरत है, लेकिन एफटीपी के तहत सिर्फ सीमित संख्या में खरीदी की जा सकती है।
इंसास राइफलों का बदला जाना कई सालों से लंबित है। इंसास, इंडियन स्माल आर्म्स सिस्टम्स का संक्षिप्त रूप है। इंसास का उत्पादन आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) द्वारा होता है। इंसास राइफलों को लेकर जवानों की बहुत सारी शिकायतें हैं।
72,400 असल्ट राइफलों में से भारतीय सेना को 66,400 राइफलें मिलेंगी, जबकि नौसेना को 2,000 दी जाएंगी और अन्य 4,000 राइफलें भारतीय वायुसेना के लिए हैं। सभी राइफलों की आपूर्ति एक साल के भीतर की जानी है। नई राइफलों को कॉपैक्ट, मजबूत व नई प्रौद्योगिकी से लैस बताया जा रहा है।
(आईएएनएस)