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एक अनोखा शिव मंदिर जहॉं नाग देवता 5 घण्‍टे तक करते है शिवलिंग की पूजा



हम अगर अपने देश भारत को मंदिरों का देश कहे तो कोई गलत बात नहीं गोई क्योकि यहाँ कुछ दूर जाने पर आपको एक नया मंदिर मिल जाता है। उस मंदिर के स्थापना की अलग कहानी और रोचक कहानी होती है। कई सारे मंदिरों की कहानी ऐसी होती है जिनमे विश्वास करना बहुत मुश्किल होता है लेकिन हमे यकीन आता है जब हम देख लेते है।
 
ऐसा ही एक मंदिर हैं जहाँ नाग रोजाना भगवान् शिव की पूजा करने आता है। ये नाग पांच घंटे तक लगातार शिवलिंग की पूजा करता है और फिर चला जाता है। ऐसा क्यों होता है ये आज भी रहस्य है लेकिन ये जान लीजिए की ऐसा होता अवश्य है।

ये है वो मंदिर- ये मंदिर उत्तरप्रदेश के आगरा जिले के सलेमाबाद गाँव में है। यह प्राचीन शिव मंदिर है जहाँ कई सालो से लगातार नाग पूजा करने आता है। पहले मंदिर में कोई पुजारी नहीं हुआ करता था लेकिन जब ऐसा देखा गया तो भक्त भी वहां जाने लगे और इस चमत्कार को देखकर हैरान रह गए।

नाग इस मंदिर में सुबह दस बजे आता है और ये तय समय है, कभी लेट नहीं होता है। आने के पांच घंटे तक वो मंदिर में ही रहता है। इसके बाद तीन बजे वापिस चला जाता है। इस दौरान मंदिर के गेट बंद कर दिए जाते है जिससे कोई वहां जा ना पाए और कोई भी नाग की डिस्टर्ब ना करे।

इस मंदिर को देखने और भगवान् के दर्शन करने के लिए दूर दूर से लोग आते है अपनी मुराद पूरी करके वापिस जाते है।

नहीं डरते लोग- आमतौर पर सांप को देखकर डर जाते है की कही काट ना ले लेकिन इस नाग को देखकर कोई भी नहीं डरता है और सब सम्मान के निगाह से इसे देखते है और भगवान् शिव के साथ साथ इस नाग के भी दर्शन करने की कोशिश करते है।

सबसे बड़ी बात ये है की आज तक नाग ने किसी को ना तो डराया और ना ही किसी को काटा। जब अंग आता है तो पुजारी खुद की गेट लगा देते है और जाने के बाद गेट खोला जाता है जिससे भक्त इस मंदिर का दर्शन कर सके। लोग मंदिर में दूध चढाते हेयर भगवान् के दर्शन करते है।

ये नाग कितने सालो से भगवान् की सेवा कर रहा है इसकी जानकारी किसी को नहीं है लेकिन कहा जाता है की बिगत बीस सालो से जब से लोग यहाँ आने लगे है तब से वो इस मंदिर में इस नाग को देख रहे है जो की भगवान् की पूजा करता है।

मंदिर में नाग भगवान् शिव के चारो तरफ लिपटता है और पूजा करता है। ये अपने आप में एक अद्भुत चमत्कार है जो हर किसी को देखने को नहीं मिलता है।

नाग को लेकर यहाँ आसपास कई सारी कहानियां चलती है की ये वही नाग है जो भगवान् शिव अपने गले में लगाकर रखते थे और कुछ लोगो का कहना है की यह नाग सौ सालो से भगवान् शिव की पूजा करने आता है लेकिन आज तक कोई भी यह जान नहीं सका है की ऐसा क्यों होता है और आखिर क्या वजह है की एक नाग पूजा करने आता है और वो भी तय समय में आना और तय समय में चले जाना।

भगवान् शिव का ये मंदिर आज बहुत मशहूर हो रहा है और ऐसी चीजे सुनने के बाद हर कोई यहाँ जाने की इक्षा रखता है और जाता है।

हमारे देश में ऐसे कई सारे मंदिर है जहाँ भगवान् की रखवाली पुजारी नहीं बल्कि अलग अलग जीव जन्तुओं के द्वारा की जाती है। हामार देश मंदिरों का देश ऐसे ही नहीं कहा जाता है।

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