वाराणसी में PM मोदी ने पासपोर्ट को लेकर यह घोषणा, जानिए क्या है e-Passport की खासियतें
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि सरकार जल्द चिप वाला पासपोर्ट लेकर आने वाली है। प्रधानमंत्री ने यहां अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि ई पासपोर्ट की दिशा में काम चल रहा है। साथ ही हमारी सरकार ने PIO Cards को OCI Cards में बदलने की प्रक्रिया को भी आसान बनाया है।
पीएम बोले कि प्रवासी भारतीयों के लिए कुछ महीने पहले ही एक नया कदम भी उठाया गया है। दुनियाभर में हमारी Embassies और Consulates को पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट से जोड़ा जा रहा है। इससे आप सभी के लिए पासपोर्ट सेवा से जुड़ा एक Centralized System तैयार हो जाएगा। हमारी सरकार ने PIO Cards को OCI Cards में बदलने की प्रक्रिया को भी आसान बनाया है।
क्या है ई पासपोर्ट
प्रधानमंत्री ने जिस ई पासपोर्ट का जिक्र किया है वो चिप वाला पासपोर्ट होगा। जल्द विदेश मंत्रालय चिप वाले ई-पासपोर्ट जारी करने जा रहा है। इस पासपोर्ट में एडवांस्ड सिक्योरिटी फीचर्स होंगे और साथ इस पासपोर्ट की प्रिंटिंग व पेपर क्वालिटी भी अच्छी होगी। इलेक्ट्रॉनिक चिप लगा यह ई-पासपोर्ट आपके पुराने पासपोर्ट की जगह लेने वाला है। यदि इस चिप के साथ छेड़छाड़ करेगा तो पासपोर्ट सेवा सिस्टम को इस बात का पता चल जाएगा और पासपोर्ट ऑथेंटिकेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाएगी।
चिप में होगी पूरी डिटेल्स
ई-पासपोर्ट में लगी इस चिप में आपकी सारी डिटेल्स शामिल होगी। इसमें बायोमीट्रिक डाटा और डिजिटल साइन स्टोर किए जाएंगे। खास बात यह है कि इससे यात्रा करते वक्त व्यक्ति की पूरी जानकारी एयरपोर्ट सिस्टम में दिखाई देगी। दूसरी खास बात यह होगी कि अगर कोई पासपोर्ट में लगी चिप के साथ छेड़छाड़ करता है तो पासपोर्ट सेवा सिस्टम को एक अलर्ट मिलेगा। इसके बाद पासपोर्ट ऑथेंटिकेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाएगी। विदेश में मौजूद देश की सभी एम्बेसी को ई-पासपोर्ट प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा। अमेरिका और ब्रिटेन में भारतीय दूतावासों को इस प्रोजेक्ट्स से पहले ही जोड़ा जा चुका है।
इन देशों में लागू है चिप वाले पासपोर्ट
विदेश में भारतीय एम्बैसीज और कॉन्सुलेट्स में पासपोर्ट जारी करने के जिन मामलों में पुलिस वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं है उन्हें सात दिनों के अंदर तत्काल आधार पर नए पासपोर्ट जारी किए जाएंगे। इसी तरह पुराने पासपोर्ट को रिइश्यू किया जाएगा। अमेरिका, इटली, जर्मनी, जापान, यूरोपीय देश, हांगकांग, इंडोनेशिया और पाकिस्तान समेत दुनिया के तकरीबन 86 देशों में ई-पासपोर्ट चलन में हैं।
यहां बनेगा ई-पासपोर्ट
जानकारी के अनुसार सरकार ने ई-पासपोर्ट की मैन्युफैक्चरिंग को ग्रीन सिग्नल दे दिया है। ई-पासपोर्ट की मैन्युफैक्चरिंग नासिक की इंडियन सिक्योरिटी प्रेस (ISP)में कराई जाएगी। इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) ने ISP को ई-पासपोर्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम लेने के लिए टेंडर डालने की अनुमति दे दी है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही ई-पासपोर्ट बनाने का काम शुरू हो जाएगा।