आयुष्मान योजना : हर 12 सेकेंड में हो रहा है एक गरीब का मुफ्त इलाज
नई दिल्ली। आयुष्मान भारत योजना को लांच हुए अभी चार महीने भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन इसके तहत देश में हर 12 सेकेंड में एक गरीब का मुफ्त और कैशलेस इलाज हो रहा है। यही नहीं, हर दो सेकेंड में एक गरीब का आयुष्मान भारत का गोल्डन कार्ड बन रहा है।
इस योजना के तहत अभी तक साढ़े आठ लाख से अधिक लोगों का इलाज हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि 'किसी गरीब को इलाज से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।' स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार प्रधानमंत्री की ओर से गरीब परिवारों को भेजा जा रहा गोल्डन पत्र इस योजना को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
अभी तक प्रधानमंत्री को ओर लगभग 7.5 करोड़ गरीब परिवारों को पत्र भेजा जा चुका है। पत्र मिलने के बाद इनका आयुष्मान भारत का गोल्डन कार्ड भी तत्काल बन जा रहा है। अभी तक छह करोड़ से अधिक गोल्डन कार्ड जारी हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में एक लाख 35 हजार से अधिक गोल्डन कार्ड जारी किए गए हैं।
प्रत्येक गरीब के इलाज पर औसतन 13 हजार का खर्च
इसके तहत अस्पतालों को 15 दिन के भीतर पूरा भुगतान किया जा रहा है। अभी तक गरीबों के इलाज पर कुल 1132 करोड़ रुपये का खर्च आया है, जिसमें से 675 करोड़ रुपये अस्पतालों को दिए जा चुके हैं। अभी तक इस योजना के तहत जो गरीब अस्पताल में भर्ती हुए हैं, उनके इलाज पर औसतन लगभग 13 हजार रुपये का खर्च आया है।
पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों में 90 फीसद खर्च वहन करती है सरकार इस योजना के तहत के तहत कुल 10.74 करोड़ परिवार को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जानी है, लेकिन तेलंगाना, ओडिशा और दिल्ली पहले से ही इससे बाहर हैं। पिछले दिनों पश्चिम बंगाल भी योजना से अलग हो गया था, जिससे वहां के 1.10 करोड़ गरीब परिवार इसके लाभ वंचित हो जाएंगे। छत्तीसगढ़ भी योजना से बाहर होने का एलान कर चुका है। पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों में इस योजना पर आने वाले खर्च का 90 फीसद केंद्र सरकार वहन करती है, जबकि बाकी राज्यों में 60 फीसद योगदान केंद्र सरकार का होता है।