top header advertisement
Home - राष्ट्रीय << पीएम मोदी को मिला अॅवार्ड, राहुल गांधी ने अवॉर्ड की विश्‍वनीयता पर उठाया सवाल

पीएम मोदी को मिला अॅवार्ड, राहुल गांधी ने अवॉर्ड की विश्‍वनीयता पर उठाया सवाल



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले 'फिलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड' से सम्मानित किए जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच ट्विटर पर वार पलटवार शुरू हो गया है.  सोमवार को प्रधानमंत्री को मिले इस अवार्ड को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए. कांग्रेस अध्यक्ष ने तंज करते हुए ट्वीट किया कि यह अलीगढ़ की किसी कंपनी द्वारा प्रायोजित है. वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल को जवाब देते हुए ट्वीट किया कि ये वो व्यक्ति कह रहा है जिसके परिवार ने खुद को भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला लिया.

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को 'फिलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड' मिलने पर ट्वीट किया, 'मैं अपने प्रधानमंत्री को विश्व प्रसिद्ध कोटलर प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड जीतने पर बधाई देना चाहता हूं. बेशक, यह इतना मशहूर है कि कोई ज्यूरी नहीं और किसी को भी आज तक दिया भी नहीं गया. यह अलीगढ़ की किसी अनजान कंपनी की ओर से दिया गया है, जिसके कई पार्टनर हैं.' इस ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने एक वेबसाइट की खबर का लिंक भी साझा किया है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस तंज पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ट्वीट में लिखा, 'बहुमुल्य !!! एक ऐसे व्यक्ति की तरफ से आ रहा है जिसके महान परिवार ने खुद को 'भारत रत्न' प्रदान करने का फैसला लिया.'

बता दें कि प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक पीएम मोदी ‘पीपुल, प्रॉफिट और प्लानेट’ पर आधारित यह अवॉर्ड हासिल हुआ है. यह हर साल किसी देश के नेता को दिया जाने वाला अवॉर्ड है. अवॉर्ड के प्रशस्तिपत्र में कहा गया है कि नरेंद्र मोदी का चयन देश को उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान करने के लिए यह अवॉर्ड दिया गया है. इसके मुताबिक प्रधानमंत्री ने पूरी ताकत के साथ भारत की निःस्वार्थ सेवा की जिस वजह से देश ने बेहतरीन आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी के क्षेत्र में विकास किया है.

प्रशस्तिपत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भारत की पहचान अब इनोवेशन और मेक इन इंडिया के साथ ही IT, और वित्त जैसे पेशेवर सेवाओं के सेंटर के तौर पर बनी है. प्रशस्तिपत्र में यह भी कहा गया है कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व की वजह से सामाजिक लाभ और वित्तीय समावेशन के लिए आधार समेत डिजिटल क्रांति (डिजिटल इंडिया) मुमकिन हो सकी है.

प्रोफेसर फिलिप कोटलर नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी, केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में मार्केटिंग के एक विश्व प्रसिद्ध प्रोफेसर हैं. बीमारी की वजह से प्रोफेसर कोटलर ने अमेरिका के जॉर्जिया में इमोरी यूनीवर्सिटी के डॉ. जगदीश सेठ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह अवॉर्ड देने के लिए भारत भेजा गया है.

Leave a reply