आधार से लिंक होगा ड्राइविंग लाइसेंस, जल्द ही बिल लाऐगी सरकार
कानून एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से लिंक करवाने के लिए बिल लाएगी। यहां लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में इंडियन साइंस कांग्रेस के तहत शुरू हुई दो दिवसीय साइंस कम्युनिकेटर्स मीट के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने कहा कि यदि कोई शराबी पंजाब में एक्सिडेंट करके और चार लोगों को मौत के घाट उतारकर किसी दूसरे राज्य में चला जाता है और वहां फर्जी नाम से डाइविंग लाइसेंस बनाने की कोशिश करता है तो पकड़ा जाएगा, क्योंकि आधार के बगैर उसका लाइसेंस नहीं बनेगा। इसलिए सरकार इस दिशा में नियम बना रही है और जल्द ही संसद में बिल लाया जाएगा।
इंडियन साइंस कांग्रेस में यह भी बोले केंद्रीय मंत्री
रविशंकर प्रसाद ने कहा, डिजिटल इंडिया के दौर में पिछले तीन सालों में देश के 46 करोड़ स्मार्ट फोन धारकों ने अपनी दैनिक जरूरत के छोटे-मोटे काम मोबाइल से करने शुरू कर दिए हैं। बिजली, पानी, टेलीफोन के बिल, बैकिग सिस्टम में लेन-देन जैसी जरूरतों के काम फोन से होने शुरू हो गए हैं। पहले इन कामों के लिए उन्हें सरकारी दफ्तरों के धक्के खाने पड़ते थे, अब वह घर बैठकर ये काम निपटा रहे हैं। यही डिजिटल टेक्नोलॉजी से बदलता भारत, डिजिटल भारत और न्यू इंडिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को यहां तक सीमित नहीं करना है बल्कि हमें दुनिया के सामने डिजिटल लीडर बनना है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी से भारत बदल रहा है और गवर्नेंस एक कॉमन मेन के हाथों में पहुंच रही है। मोदी सरकार आने के बाद सरकार की ताकत डिजिटल टेक्नोलॉजी से आम आदमी के हाथों तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर टेक्नोलॉजी, इन्फॉरमेशन तथा कम्युनिकेशन का है, ये तीनों मिलकर बड़ी शक्ति बन जाती हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार इन तीनों का संयुक्त रूप से मानवता की भलाई के लिए प्रयोग करना चाहती है। आईटी (इंडियन टेलेंट) व आइटी (इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी) मिलकर भविष्य के भारत का निर्माण कर रही हैं।
डिजिटल मूवमेंट साइबर अपराध से जुड़े व अन्य अपराधों में अपराधियों को पकड़ने में भी मददगार साबित हो रहा है। आधार ने जहां आम आदमी को पारदर्शिता के साथ सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद की है वहीं अपराधियों को बच निकलने से भी रोका है।