एसआर मोहंती प्रदेश के नए मुख्य सचिव नियुक्त, बीपी सिंह को मिला राज्य निर्वाचन आयुक्त का प्रभार
भोपाल। आखिरकार एसआर मोहंती प्रदेश के नए मुख्य सचिव बन गए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने उनकी नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए। इसी के साथ उनके नाम को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लग गया। वे बीपी सिंह का स्थान लेंगे। सिंह 31 दिसंबर को ही रिटायर हो रहे हैं।
कमलनाथ सरकार ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए एस आर मोहंती को मुख्य सचिव बना दिया। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से प्रशासनिक सर्जरी जारी है। कांग्रेस के सत्ता में आते ही अटकलें थी कि एस आर मोहंती प्रदेश के नए मुख्य सचिव होंगे, लेकिन इसे लेकर पिछले कई दिनों से सिर्फ चर्चाएं थी। सामान्य प्रशासन विभाग ने सोमवार को उनकी नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए। मोहंती वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष हैं। उनके अलावा एम. गोपाल कृष्ण रेड्डी, मनु श्रीवास्तव और मोहम्मद सुलेमान के नाम भी मुख्य सचिव के दौड़ में थे। लेकिन मोहंती के नाम पर मुहर लगी।
1982 बैच के आईएएस अफसर मोहंती वर्तमान मुख्य सचिव सिंह से वरिष्ठ हैं, लेकिन उनके खिलाफ EOW की जांच जारी होने के कारण भाजपा सरकार ने उन्हें मुख्य सचिव ना बनाते हुए बीपी सिंह को मुख्य सचिव बनाया था। हालांकि मोहंती को कुछ समय पहले ही EOW की जांच में क्लीनचिट मिल गई थी। इसके बाद से उनका मुख्य सचिव तय माना जा रहा था। इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कानूनी सलाह तक ली थी। मोहंती को कांग्रेसी नेताओं के करीबी होने का फायदा मिला है। उनके मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से अच्छे संबंध हैं।
सख्य और अनुशासित कार्यप्रणाली
मोहंती की पहचान एक सख्त और अनुशासित अफसर के रुप में है। प्रशासनिक तौर पर उनके विजन और कार्यप्रणाली से राजनेता पहले भी प्रभावित होते रहे हैं। अपनी सख्त कार्यप्रणाली के चलते वे विभिन्न विभागों का संचालन काफी बेहतर तरीके से करते रहे हैं। वे बालाघाट, सतना व इंदौर के कलेक्टर भी रहे। इसके अलावा वे जनसम्पर्क आयुक्त, मार्कफेड के एमडी, महिला बाल विकास, चिकित्सा शिक्षा, वित्त निगम, स्वास्थ्य, योजना आयोग, स्कूल शिक्षा सहित अन्य विभागों में भी उच्च पदों पर रहे हैं।
जांच में फंसे थे
मोहंती पर EOW की जांच जारी थी। दिग्विजय सिंह सरकार में उद्योग विभाग से जुड़े एक घोटाले में उनका नाम उछला था, जिस पर EOW जांच कर रहा है। इसी कारण भाजपा सरकार में वे मुख्य सचिव नहीं बन पाए। हालांकि कुछ समय पूर्व उन्हें क्लीनचिट मिल गई थी।
बीपी सिंह को मिली नई जिम्मेदारी
इधर कमलनाथ सरकार ने निवृत्तमान मुख्य सचिव बीपीसिंह को नई जिम्मेदारी सौंपते हुए उन्हें राज्य निर्वाचन आयुक्त बनाया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसकी भी अधिसूचना जारी की। वे आर. परशुराम का स्थान लेंगे। गौरतलब है कि आर. परशुराम ने कुछ दिनों पूर्व ही सरकार को अपना इस्तीफा सौंपा था। वहीं बीपी सिंह 31 दिसंबर को ही मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए हैं।