मां साक्षात दिखाई देने वाला ब्रह्म, कोई ऐसा नहीं जो मां के बिना हो
नीलगंगा हनुमान मंदिर प्रांगण में आयोजित कथा में बोले जगन्नाथ महाराज
उज्जैन। सत्संग की गंगा में पापी से पापी भी पावन बन जाते है, कथा में कैसा भी इंसान आए उसका जीवन सजेगा, संवरेगा और सुधर जाएगा। सृष्टी को बनाने वाले को ब्रह्म कहते है। इसलिए त्रिदेव में सबसे पहले ब्रह्मा का नाम आता है। वहीं संसार मे जो दिखने वाला साक्षात ब्रह्म है वो है मां है। कोई व्यक्ति ऐसा नही जो मां के बिना हो, मां का आदर करो, सम्मान दो और सेवा करो, क्योंकि वो है तो हम हैं।
उक्त बात कर्मण्य कृष्ण सेवा समिति द्वारा नीलगंगा हनुमान मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीराम कथा में कथावाचक जगन्नाथ महाराज अयोध्या निवासी ने कही। समिति अध्यक्ष मिथलेश गुप्ता (राधा दीदी) के अनुसार कथा में एसएन शर्मा, संतोष कपूर, दयाशंकर गुप्ता, राजवीर बना, कल्लू गुप्ता, छोटू मीणा, उमेश सेंगर, जयसिंह दरबार, हिना गुप्ता, अर्जुन चंदेल आदि मौजूद थे।