ज्ञापन देने पहुंचे महासभा पदाधिकारियों की जेलर से हुई तीखी बहस, जेलर बोले ज्ञापन मैं नहीं लूंगा, में इस लायक नहीं
अभा हिंदू महासभा पदाधिकारियों ने एसडीएम को दिया मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
उज्जैन। म.प्र. की जेलों में कैंटीन संचालित करने तथा कैदियों को पूर्ववत सामग्री उपलब्ध कराने की मांग को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा और मध्यप्रदेश युवा शिवसेना गौरक्षा न्यास द्वारा शुक्रवार को जिले की तहसील तराना में जेलर को ज्ञापन देने पहुंचे। यहां जेलर ने ज्ञापन लेने से मना करते हुए कहा कि मैं इस लायक नहीं कि आपका ज्ञापन लूं। महासभा पदाधिकारियों और जेलर के बीच तीखी बहस के बाद एसडीएम को शिकायत हुई। एसडीएम ने मामले को शांत करते हुए स्वयं ज्ञापन लेने की बात कही तथा महासभा पदाधिकारियों से ज्ञापन लिया।
अभा हिंदू महासभा गौरक्षा प्रदेश अध्यक्ष मनीषसिंह चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश की जेलों में पूर्व में कैदियों को उनके उपयोग सहित अन्य आवश्यक सामग्रियां प्रदान किये जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को तराना जेल में ज्ञापन देने पहुंचे थे। इस दौरान हरि माली, सोनू यादव, पवन बरोलिया, धर्मेंद्र यादव, सागर मौसम, बलराम राठौर, धर्मेंद्र बैरागी, रवि यादव, रामेश्वर पीरु मिस्त्री, भरत दरबार, रोहित गुर्जर, सुनील गुर्जर, भगवान गुर्जर, माखन कुमावत, भगवान झीनीवॉल, विनोद कुमावत, बंटी निगम, रवि प्रजापति, रायसिंग, कल्याण सिंह तोमर, मुरली निगम आदि ने मांग की कि तत्काल म.प्र. की जेलों में कैंटीन स्थापित कर कैदियों को पूर्ववत मुलाकातियों से सामान लेने की सुविधा बहाल कराई जाकर उनके मानवाधिकारों की रक्षा की जावे।
मनीषसिंह चौहान ने बताया कि कुछ समय पूर्व भोपाल जेल से सिमी आतंकी संगठन के कुछ कैदी फरार हो गए जिसका खामियाजा आज तक प्रदेश की समस्त जेलों में बंद कैदियों को भुगतना पड़ रहा है। सिमी आतंकियों के भागने की घटना के लिए भोपाल जेल प्रशासन दोषी है लेकिन सरकार ने इस नाकामी को छुपाने के लिए पूरे प्रदेश के कैदियों के मानवाधिकारों का हनन करते हुए हिटलरशाहीपूर्ण आदेश जारी किया। जिसका खामियाजा सभी भुगत रहे हैं। कई कैदी आजीवन कारावास की सजा भोग रहे हैं इनमें कई उम्रदराज होकर आयुजनित बीमारियों से ग्रस्त हैं अन्य सामान के साथ कैदियों को बाहर से दवाई भी नहीं मिल पा रही जिससे वे बीमार हो रहे हैं जिससे कई कैदियों की मौत भी हो चुकी है। चौहान ने बताया कि इस मांग को लेकर महासभा के समर्थन में जेल में बंद कैदी भी साथ है। यदि मांगे नहीं मानी तो जेल के कैंदी भी भूख हड़ताल करेंगे। मनीष चौहान ने बताया कि इसका एक विकल्प यह है कि समस्त जेलों में कैंटीन स्थापित की जावें जिससे जेल विभाग को राजस्व प्राप्त होगा तथा कैदी भी कैंटीन से सामान खरीदकर अपनी वांछित सामग्री प्राप्त कर सकते हैं तथा इससे सुरक्षा भी बनी रहेगी व बाहर से सामग्री लाने का कोई विषय नहीं रहेगा।
रतलाम में भी सौंपा ज्ञापन
मनीषसिंह चौहान ने बताया कि जेल में कैंटीन तथा आवश्यक सामग्री को जेल में कैदियों तक पहुंचाने की मांग को लेकर रतलाम में भी अभा हिंदू महासभा गौरक्षा न्यास द्वारा प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया। इस दौरान रतलाम में मंगलसिंह डाबी, मिथलेश मालविय, अक्षय जय, प्रविण दीक्षित, विजय यादव, राजेश गुर्जर, अभिषेक, धीरेन्द्र सोलंकी, भानुप्रताप, बन्टी परमार, धीरेन्द्र महावर, कमलेश मीणा, जितेंद्रसिंह पवारा, अनुप वर्मा, दिव्यांश त्रिवेदी, कुनाल पटिल, अंकुश पोरवाल आदि मौजूद रहे।