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पुरूष नसबंदी (वेसेक्टॉमी) पखवाड़ा, ‘पुरूषों ने अपनाई नई पहचान, परिवार नियोजन में भागीदारी से बढ़ाया सम्मान’


 

उज्जैन । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एमएल मालवीय द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत पुरूषों की भागीदारी बढ़ाये जाने के लिये भारत सरकार के निर्देशानुसार 19 दिसम्बर 2018 से 02 जनवरी 2019 तक वेसेक्टॉमी पखवाड़ा मनाया जा रहा है। परिवार नियोजन कार्यक्रम मे पुरूषों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये यह आवश्यक है कि अधिक से अधिक पुरूष नसबंदी ऑपरेशन हो सके। इसके लिये समाज में एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण कर विभागीय मैदानी अमले द्वारा लोगों को पुरूष नसबंदी के लाभ एवं पुरूषों की भागीदारी परिवार नियोजन कार्यक्रम मे क्यों आवयश्क है, इससे अवगत कराया जायेगा।

    प्रायः यह देखा गया है कि परिवार की अधिकांश जिम्मेदारियां महिलाओं के ऊपर निर्भर करती है। लोगों को पुरूष नसबंदी के लिये प्रेरित करने के पीछे शासन की मंशा है कि परिवार की जिम्मेदारी में पुरूषों की भी भूमिका रहे। पुरूषों द्वारा आगे आकर परिवार नियोजन के इस कार्यक्रम को अपनाने के लिये योग्य हितग्राहियों को समझाईश दी जाये। पुरूषों के सहयोग के बिना परिवार नियोजन कार्यक्रम को वांछित सफलता नहीं मिल सकती। पुरूष प्रधान समाज में पुरूष घर का कर्ताधर्ता होता है। सारे महत्वपूर्ण निर्णय पुरूषों द्वारा लिये जाते हैं जैसे कि कितने बच्चे पैदा करना है या स्त्री को परिवार नियोजन की कौन-सी विधि अपनाना चाहिए आदि। पुरूषों को परिवार नियोजन अपनाने के लिए समझाना होगा। उन्हें यह भ्रांति दूर करने के लिए जानकारी देनी होगी कि पुरूष नसबंदी से पुरूषत्व में हानि नही होती तथा अन्य जानकारी भी जैसे एड्स व यौन संक्रमण रोग से बचने के उपाय।

    पखवाड़े के दौरान प्रथम चरण 19 से 25 दिसम्बर 2018 तक मोबिलाइजेशन फेज, जिसमे पुरूष नसबंदी पखवाड़े के दौरान मैदानी कार्यकर्ताओं के माध्यम से निरन्तर लक्षित परिवार से संपर्क कर पुरूष नसबंदी हेतु योग्य हितग्राहियों को प्रेरित करने का कार्य किया जायेगा। इस दौरान विकासखण्ड स्तर से ग्राम स्तर तक समूह चर्चा कार्यक्रम, योग्य दम्पत्तियों को पुरूष नसबंदी के लाभ के बारे मे समझाया जायेगा। पखवाड़े के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे सूची तैयार कर लोगों को पुरूष नसबंदी हेतु लगने वाले कैम्पों की जानकारी प्रदान की जायेगी। साथ ही पुरूष नसबंदी ऑपरेशन करवाने पर क्षतिपूर्ति राशि 2 हजार रूपये दी जाती है एवं प्रेरक को राशि 300 रूपये राशि दी जाती है। इस बारे लोगों को जानकारी प्रदान की जायेगी।

पखवाड़े के द्वितीय चरण 26 दिसम्बर 2018 से 02 जनवरी 2019 तक सर्विस डिलेवरी फेज, जिसमें विशेष कैम्पों का आयोजन कर सम्पूर्ण जिले मे पुरूष नसबंदी ऑपरेशन किये जायेंगे। अभियान के दौरान लगभग एक हजार पुरूष नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

    पुरूष नसबंदी के लिये जिला चिकित्सालय एवं सिविल अस्पताल माधवनर में प्रतिदिन पुरूष नसबंदी ऑपरेशन किये जाते हैं। साथ ही पूरे जिले में निश्चित दिवस (फिक्स डे कैम्प) कैम्पों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पुरूष नसबंदी ऑपरेशन किये जायेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा अपील की गई है कि जिनके दो बच्चे हैं और वे अपने परिवार को सीमित रखना चाहते हैं तो वे इन कैम्पों का लाभ उठाकर पुरूष नसबंदी ऑपरेशन करवा सकते हैं। इस ऑपरेशन में 10 से 15 मीनिट का समय लगता है। भर्ती होने की आवश्यकता नही है। ऑपरेशन में चीरा व टांका नहीं लगाया जाता है, यह एक सरल एवं सुरक्षित तकनीक द्वारा किया जाता है।

 

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