उज्जैन में जटिल सर्जरी से हुआ पित्त की नली के कैंसर का उपचार
इंदौर जैसे बड़े शहर से उज्जैन लाए मरीज को-डॉ. जेठवानी ने दिया नया जीवन
उज्जैन। मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए इंदौर किया रैफर, इसका इलाज यहां नहीं हो सकता इसे इंदौर या बड़े शहरों में ले जाओ, अब तक उज्जैन शहर के लोगों ने यही सुना है। शायद यह सुनने में नहीं आया कि इंदौर में आराम नहीं लग पाने के कारण कोई मरीज इलाज के लिए उज्जैन लाया गया हो। लेकिन ऐसा उज्जैन के डॉ. उमेश जेठवानी ने कर दिखाया है। इंदौर के पास मांगलिया निवासी 55 वर्षीय कैंसर से पीड़ित व्यक्ति ने पहले देवास फिर इंदौर में इलाज करवाया लेकिन वहां आराम नहीं पड़ा तो उसे उज्जैन लाया गया। उसकी उम्मीदों पर उज्जैन खरा उतरा और डॉ. जेठवानी ने उसे नई जिंदगी दी।
गणपत चौहड़िया उम्र 55 वर्ष निवासी मांगलिया काफी समय से पीलिया रोग से ग्रस्त थे। देवास में अस्पताल में भर्ती करने के बाद उन्हें इंदौर रैफर कर दिया गया। इंदौर के अस्पताल में भी मरीज को आराम नहीं पड़ा तो मरीज के परिजन उसे उज्जैन के श्री गुरूनानक अस्पताल में लेकर आए जहां पर जांच में पता चला कि मरीज को पित्त की नली का कैंसर है जिसके कारण मरीज का पीलिया बढ़कर 32 मिलीग्राम हो गया था। कैंसर के कारण मरीज की पित्त की नली, छोटी आंत और पेन्क्रियाज का काफी हिस्सा खराब हो गया था। डॉ. उमेश जेठवानी ने मरीज का व्हिप्पल पेन्क्रियोटिको ड्यूडेनेक्टोमी सर्जरी पध्दति से ऑपरेशन कर पित्त की नली, छोटी आंत और पेन्क्रियाज के खराब हो चुके भाग को निकाला जिसके बाद मरीज का पीलिया कम होने लगा। वर्तमान में मरीज पूरी तरह स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी रहा है। पहले इस प्रकार के ऑपरेशन इंदौर, दिल्ली, मुंबई जैसे देश के बड़े शहरों तथा बड़े कारपोरेट अस्पतालों में बहुत अधिक खर्च में होते थे किंतु अब शहर में ही श्री गुरूनानक अस्पताल में व्हिप्पल ऑपरेशन जैसी जटिल सर्जरी की सुविधा बहुत कम खर्च में उपलब्ध है।