नववर्ष गुड़ी पड़वा को ही मनाए, 31 दिसंबर की रात पार्टी तो पिशाचर मनाते हैं
श्री लक्ष्मी व्यंकटेश मंदिर रामानुजकोट में श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ महोत्सव में मना श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
उज्जैन। हर घर में नववर्ष गुड़ी पड़वा को ही मनाना चाहिये। 31 दिसंबर की रात में पार्टी तो पिशाचर मनाते हैं। हमको चैत्र प्रतिपदा में सूर्योदय की किरणों को स्वागत करके मनाना चाहिये। नित संध्या पूजन करने गाय और तुलसी घर में रहने से ईश्वर का वास रहता है।
उक्त बात श्री लक्ष्मी व्यंकटेश मंदिर रामानुजकोट में श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ महोत्सव में कथा व्यास एवं रामानुजकोट पीठाधीश्वर स्वामी रंगनाथाचार्य महाराज ने कथा के पांचवें दिन कही। डॉ. विनोद बैरागी के अनुसार जगद्गुरू श्यामनारायणाचार्य महाराज पीठाधीश्वर अयोध्या के सानिध्य में आयोजित भागवत कथा में स्वामी रंगनाथाचार्य महाराज ने बुधवार को नरसिंघ वामन, समुंद्र मंथन और राम अवतार की कथा सुनाई। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में वासुदेव टोकनी में श्रीकृष्ण को लाए सभी ने बधाई गीत गाकर
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया। आरती मनोहर वैष्णव गिरीश, अनिल दास, नरेश शर्मा, प्रदीप वैष्णव ने की। स्वामीजी ने कहा रामलीला हमें सद्मार्ग पर चलने की शिक्षा देती है। प्रसाद में माखन मिश्री बांटी गई। रामानुजकोट में प्रतिदिन दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक भागवत कथा एवं प्रसंगों के आयोजन हो रहे हैं इसी कड़ी में आज गुरूवार को बाललीला, माखनचोरी, गोवर्धनलीला कथा, 14 को रासलीला, रूम्मणि विवाह कथा तथा 15 दिसंबर को सुदामा चरित्र के साथ कथा विश्राम होगा एवं हवन तथा प्रसादी का आयोजन
होगा। स्व. बालारामदास, स्व. श्याणीबाई एवं स्व. लक्ष्मणदास बैरागी की पुण्यस्मृति में आयोजित भागवत कथा में धर्मलाभ लेने का अनुरोध बिंदुबाला बैरागी, डॉ. विनोद बैरागी, अनिता बैरागी, साकार बैरागी ने किया है।