मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालयीन पेंशनर्स एसोसिएशंस महासंघ “ की वार्षिक बैठक विविवि में संपन्न
प्रो गोपाल कृष्ण शर्मा अध्यक्ष एवं उमाशंकर भट्ट सचिव चुने गए
उज्जैन। ९ दिसंबर को मध्यप्रदेश के सभी ६ विश्वविद्यालयों के पेंशनर्स एसोसिएशन्स महासंघ की वार्षिक बैठक महासंघ के निवृतमान अध्यक्ष टी सी गुप्ता की अध्यक्षता एवं विक्रम विश्वविद्यालय पेंशनर समाज के अध्यक्ष डॉ पी पी वशिष्ठ के संयोजन में संपन्न हुई जिसमें सभी ६ विश्वविद्यालयों के संघों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में विभिन्न विश्वविद्यालयों के सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों, अधिकारियों एवं शिक्षकों के पेंशन संबंधी समस्याओं पर विचार किया गया।
इस बात पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई कि सर्वाेच्च न्यायालय एवं प्रदेश के उच्च न्यायालय द्वारा प्रदेश शासन को पेंशन प्रदान करने के स्पष्ट निर्णय के बाद भी उपरोक्त निर्णयों के प्रकाश में मध्यप्रदेश शासन द्वारा मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संपन्न कैबिनेट की बैठक में लिये गये निर्णय के बाद भी विश्वविद्यालयों के पेंशनर्स को शासन के कर्मचारियों, अधिकारियों एवं शिक्षकों के समकक्ष पेंशन एवं अन्य समस्त सुविधाएँ अब तक प्रदान नहीं की जा रही हैं। इसी बैठक में आगामी तीन वर्षों के लिये महासंघ के पदाधिकारियों को भी सर्वानुमति से चुना गया। विक्रम विश्वविद्यालय की राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन अध्ययन शाला से सेवानिवृत्त आचार्य डॉ गोपाल कृष्ण शर्मा को अध्यक्ष, इसी विश्वविद्यालय के पेंशनर समाज के उमाशंकर भट्ट को सचिव तथा कोषाध्यक्ष अरुण चांदोरकर को चुना गया। महासंघ के उपाध्यक्ष बरकतुल्लाह विवि भोपाल के दिलीप होशे एवं रानी दुर्गावती विवि जबलपुर के विद्या सागर पांडे सहसचिव चुने गये। महासंघ के कार्यकारिणी सदस्य के रूप में भोपाल से डॉ संतोष जैन, इंदौर से वी डी खुशगोतिया, ग्वालियर से एस एल लिखार, रीवा से सत्यदेव ताम्रकार, जबलपुर से आर पी उपाध्याय तथा उज्जैन से विजय कुमार पिंगे संघ द्वारा मनोनीत किये गये।
निर्वाचन के पश्चात संघ के नये पदाधिकारियों की बैठक में निर्णय कई निर्णय लिये गये तथा निश्चय किया गया कि नई प्रदेश सरकार के गठन के पश्चात महासंघ के पदाधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल शासन के समक्ष अपनी समस्याएँ रखने तथा माननीय न्यायालयों के निर्णयों के संदर्भ में भोपाल जाकर मिलेगा साथ ही विभिन्न संघों द्वारा न्यायालयों में लंबित अवमानना प्रकरणों पर भी न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष प्रस्तुत करेगा।