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आल इंडिया इमाम्स कॉउंसिल के तत्वावधान में हीजामा कैम्प आज



उज्जैन। ऑल इंडिया इमाम्स कौंसिल के तत्वावधान में आज हीजामा कैम्प का आयोजन राईन शादी हाल (गोरी हाल) जामा मस्जिद के पास होगा। इस कैम्प में रक्त से विषैले तत्वों को साफ कर बिना दवा से बीमारियों को ठीक किया जाएगा।
शहर में पिछले 2 हीजामा कैम्प की सफलता के बाद डॉ.वसीम खान आज उज्जैन में आयोजित तीसरे हीजामा कैम्प मे अपनी सेवा देंगे। डॉ. वसीम खान ने बताया के बिना दवा के बीमारियों को ठीक करने का कारगर तरीका है हीजामा। हीजामा थेरेपी हजारों वर्ष पुरानी चिकित्सा पद्धति है जिसको अरबी मे हीजामा, चीनी ओर अंग्रेज़ी मे कपपिंग, मिस्र में बिल कर्न, और भारत मे रक्त मोक्षण के नाम से जाना जाता है। इस पद्धति में त्वचा के भिन्न और मुख्य स्थानों पर कप लगा कर अशुद्ध रक्त को शरीर से निकाला जाता है। यानी रक्त से विषैले तत्वो को साफ करने को हीजामा कहते है। इसमें इंजेक्शन से भी कम दर्द महसूस होता है।
हीजामा से लाभ
डॉ. वसीम ने बताया कि हीजामा कई बीमारियों मे राम बाण और हैरत अंगेज परिणाम देता है। जैसे जोड़ो के दर्द, सियाटिका, सिरदर्द, चर्मरोग, स्पांड़ोलाइटीस, किडनी के रोग, हृदय के रोग, लकवा, मिर्गी, महिलाओं मे इंफर्टिलिटी, माहवारी की समस्या, गर्भाशय व हॉर्माेनल विकार, अस्थमा, साइनुसटिस, मधुमेह, मोटापा, थायराइड की समस्या, पेट के रोग, चेहरे पर दाने, दाग, धब्बे, गंजापन आदि।
कौन पात्र है
आयुष मंत्रालय से मान्यता प्राप्त बी.यु.एम.एस. और बीएएमएस डिग्री प्राप्त चिकित्सक इसे करने के पात्र है। डॉ. वसीम खान उज्जैन में एकमात्र हीजामा एक्सपर्ट है जो अपनी सेवा पिछले 3 सालों से दे रहे है।

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