नि:शक्तों ने सशक्त बनाया लोकतंत्र को, जिले में दिव्यांग मतदाताओं ने दिखाया मतदान के प्रति उत्साह
बड़ी संख्या में किया मतदान
प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई थी सभी सुविधाएं
उज्जैन । विधानसभा निर्वाचन-2018 के अन्तर्गत आज मतदान दिवस पर जिले के मतदान केन्द्रों पर दिव्यांग मतदाताओं में मतदान को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। अत्यन्त वृद्ध एवं दिव्यांग मतदाताओं ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग प्रसन्नतापूर्वक किया। जिले में नि:शक्तों ने लोकतंत्र को सशक्त बनाया। जिला प्रशासन द्वारा जहां सभी मतदान केन्द्रों पर नि:शक्तजनों के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई थी, वहीं ऐसे दिव्यांग एवं वृद्धजन जिनके हाथ-पैर भी नहीं चलते हैं, उन्हें मतदान के लिए आयोग के निर्देश अनुसार सहायक भी प्रदान किए गए, जिससे उन्होंने अत्यन्त आसानी से अपने मताधिकार का उपयोग किया। संभागायुक्त श्री एमबी ओझा, आईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर ने मतदान केन्द्रों के भ्रमण के दौरान दिव्यांग मतदाताओं से बातचीत की तथा उनका उत्साहवर्द्धन किया।
महाश्वेता नगर निवासी 78 वर्षीय श्रीमती वैजयन्ती पति डॉ.मोहन गुप्त (पूर्व संभागायुक्त) द्वारा दिव्यांग एवं लकवाग्रस्त होने के बाद भी उज्जैन दक्षिण विधानसभा के अपने मतदान केन्द्र क्रमांक-200 पर जाकर अपना मत डाला। उन्हें मतदान केन्द्र पर व्हील चेयर तो मिली ही, अपितु समस्त मतदानकर्मियों ने उनका पूरा सहयोग किया। उन्हें नियमानुसार सहायक भी प्रदान किया गया, जिसके माध्यम से उन्होंने सरलता से अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
प्रशासन द्वारा बनाये गये आदर्श मतदान केन्द्र उज्जैन दक्षिण के मतदान केन्द्र क्रमांक-205 पर 80 वर्षीय श्री हुसनबी द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया। उन्हें भी वहां व्हील चेयर मिली तथा सभी मतदानकर्मियों ने उन्हें मतदान कराने में पूरा सहयोग किया। मतदान के उपरान्त उनके चेहरे पर एक आत्मिक प्रसन्नता नजर आ रही थी। इसी प्रकार इसी मतदान केन्द्र पर 78 वर्षीय दिव्यांग श्री अलफ्रेड ने व्हील चेयर से जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। संभागायुक्त श्री एमबी ओझा को उन्होंने बताया कि वे मतदान करके अत्यन्त प्रसन्न हैं।
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-214 तराना के शासकीय उर्दू प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए मतदान केन्द्र पर भी कई दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। महिदपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र क्रमांक-177 पर भी बड़ी संख्या में दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। प्रशासन द्वारा दिव्यांग मतदाताओं के लिए वाहनों की व्यवस्था भी की गई थी। कुछ ऑटो भी इस कार्य के लिए लगाए गए थे, जिन पर लिखा था 'केवल दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं के लिए'। नागदा के मतदान केन्द्र क्रमांक-90 पर भी दिव्यांग मतदाताओं ने उत्साह से अपने मताधिकार का उपयोग किया। शासकीय माध्यमिक विद्यालय घट्टिया में भी दिव्यांगजनों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
आदर्श दिव्यांग मतदान केन्द्र
217 उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में मनोविकास विशेष विद्यालय एवं परिसर में आदर्श दिव्यांग मतदान केन्द्र बनाया गया था। यहां मतदान केन्द्र क्रमांक-190 से 193 तक कुल 4 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। इन सभी में आज उत्सव जैसा माहौल था। रंगीन बैकग्राउण्ड में न केवल दिव्यांग मतदाता अपितु वहां अन्य मतदाता भी बड़े उत्साह के साथ मतदान करने के बाद सैल्फी ले रहे थे। यहां एक कोने में अलग से सैल्फी पाइंट बनाया गया था। एक महिला दिव्यांग मतदाता बड़े गर्व से मतदान करने के उपरान्त मतदान की स्याही लगी उंगली दिखाकर कह रही थीं "मैंने भी मतदान किया है"।
जिले में 1252 आदर्श दिव्यांग मतदान केन्द्र बनाए गए
जिला प्रशासन ने उज्जैन में दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिये मतदान केन्द्रों पर व्हील चेयर, रैम्प आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराई। जिले में दिव्यांग मतदाता वाले 1252 मतदान केन्द्र बनाए गए, जिनके अन्तर्गत 6222 दिव्यांग मतदाता हैं, जिनमें बड़ी संख्या में मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिले की विधानसभा महिदपुर में सर्वाधिक 1525 तथा सबसे कम उज्जैन दक्षिण विधानसभा में 358 दिव्यांग मतदाता हैं। जिले में सर्वाधिक महिदपुर विधानसभा में 242 मतदाता वाले केन्द्र बनाए गए और सबसे कम बड़नगर विधानसभा क्षेत्र में 171 मतदाता वाले केन्द्र बने। जिले के मतदान केन्द्रों पर जहां दिव्यांगजन हैं, की सुविधा के लिये 1319 केन्द्रों पर रैम्प का निर्माण तथा पुरूष एवं महिलाओं के लिये पृथक शौचालय की व्यवस्था की गई है। जिले में दिव्यांगजन आसानी से मतदान कर सकें, इसके लिये 100 दिव्यांग दूतों को लगाया गया। जिले के कुल 6222 दिव्यांगजन में से 4990 लोकोमोटर डिसेबल, 659 विजुअली इंपेयर, 483 स्पीच/हियरिंग डिसेबल तथा अन्य प्रकार के 124 दिव्यांग हैं।