कार्तिक पूर्णिमा पर लगाई आस्था की डुबकी
उज्जैन। कार्तिक पूर्णिमा पर शुक्रवार को भारी अव्यवस्थाओं के बीच करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शिप्रा स्नान किया। गुरुवार को देर रात से बड़ी संख्या में उज्जैन में श्रद्धालुओं के उज्जैन पहुंचने का क्रम शुरू हो चुका था। सुबह तक होते-होते पुराने शहर में हजारों श्रद्धालुओं के पुराने शहर में पहुंचने का क्रम जारी रहा। रामघाट पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ ने कई अव्यवस्थाएं उत्पन्न की, वहीं श्रद्धालुओं ने स्नान-ध्यान कर दान भी किया। पुरोहितों को आज मुंह उठाकर देखने की फुर्सत नहीं मिली।
उज्जयिनी शहर में शिप्रा नदी के पावन तट पर कार्तिक स्नान का अपना महत्व है। यही वजह है कि पुराने शहर में गुरुवार की देर रात से हजारों श्रद्धालु यहां पहुंच गये। श्रद्धालुओं की भीड़ इस बात का प्रमाण दे रही हैं कि यहां पहुंचने वाली आस्था लोगों के कितना महत्व रखती है। उज्जैन के सभी शिप्रा घाटों पर भीड़ का नजारा ऐसा दिखा कि लोग यह समझ ही नहीं सके कि यह कार्तिक स्नान है या महाकुंभ का शाही स्नान। भीड़ हर ओर से शहर में चली आ रही है।