पहले मतदान की शपथ, फिर हुई रिंग सेरेमनी
उज्जैन। उज्जैन में विगत दिवस अनूठा वाकिया हुआ, रिंग सेरेमनी के आयोजन में होने वाले दोनों दम्पत्ती ने पहले उपस्थित मेहमानों को “मतदान“ की शपथ दिलवाई फिर “रिंग सेरेमनी“ का आयोजन हुआ।
यह अनूठा वाकिया उज्जैन के अंतर्राष्ट्रीय हास्य व्यंग्य कवि अशोक भाटी के यहाँ हुआ उनके पुत्र डॉ अनिरुद्ध भाटी का महू निवासी मुनमुन से वैवाहिक रिश्ता तय हुआ। रिंग सेरेमनी के समय होने वाले दम्पत्ती ने मंच से घोषणा की कि पहले वैदिक मंत्रोच्चार होगा फिर मतदान की शपथ दिलवाई जायेगी, फिर होगी सगाई। 28 नवम्बर को होने वाले प्रजातंत्र के महाउत्सव पर आवश्यक रूप से “मतदान“ रूपी दी जाने वाली आहुति की शपथ डॉ. अनिरुद्ध भाटी एवं मुनमुन ने दिलवाई और नारा भी लगवाया। सबसे बड़ी है जिम्मेदारी, वोट करेंगे अबकी बारी, सभी ने ताली बजाकर इस पहल की मुक्त कंठ सर से प्रंशसा की। मतदान की शपथ दिलाते हुए कहा ‘मतदान की क्यारी में, प्रजातंत्र के पुष्प पल्लवित करेंगे.. प्रजातंत्र की प्राणवायु हम समस्त मतदाता है.. लोकतंत्र की सुरक्षा एवं विकास हेतु.. सच्चे जनसेवक का चयन निर्भीकता से करेंगे। इस अवसर के साक्षी बी डी सिंगल, गोपी कृष्ण भाटी, रामचंद्र चेन्नई, स्वामी मुस्कुराके, प्रकाश चितौड़ा, सुरेश मोड़, डॉ पुष्पेंद्र जैन, सुरेंद्र सर्किट, दिनेश विजय वर्गीय, मुकेश जोशी, सौरभ चातक, ओ पी पलोड़ थे।