पहले ही तय कर लिया था फिर मंत्रीजी को टिकिट दिया तो भाजपा को वोट नहीं देंगे
माया त्रिवेदी के जनसंपर्क में बोले लोग- गंदा पानी पिलाते रहे, बेरोजगरों को रोजगार नहीं दे सके, मजदूर बकाये की आस में मरते गए
उज्जैन। दो साल पहले ही तय कर लिया था कि यदि इस बार फिर भाजपा ने पारस जैन को चुनाव में खड़ा किया तो हमारा वोट भाजपा को नहीं देंगे, उन्होंने कोई विकास नहीं किया दूसरी ओर कांग्रेस ने भी ऐसा चेहरा नहीं दिया जिसकी हमें उम्मीद थी। मंत्रीजी सत्ता का मोह नहीं छोड़ पा रहे इसलिए अब हम उन्हें छोड़ रहे हैं। मंत्री रहते हुए भी वे बेरोजगारों को काम नहीं दे सके, मिल बंद हो गईं, और बेरोजगार हुए मजदूरों को उनका बकाया भुगतान नहीं दिला सके, वे एक-एक कर मरते गए। नलों में गंदे पानी की समस्या उज्जैन की जनता झेल रही, भाजपा की सरकार, भाजपा का नगर निगम का बोर्ड लेकिन फिर भी लाख शिकायतों के बाद भी मैला पानी पिलाते रहे जनता को।
उक्त बात निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ रही माया राजेश त्रिवेदी से जनसंपर्क के दौरान वार्ड क्रमांक 3 के रहवासियों ने कही। माया त्रिवेदी ने मंगलवार को खिलचीपुर नाके से जनसंपर्क प्रारंभ किया। यहां विराट नगर, बापूनगर, चंद्रनगर, वार्ड नंबर 4 के चिंतामण नगर, राजीव नगर आदि क्षेत्रों में जनसंपर्क किया। वार्ड 4 में रहवासी बोले उज्जैन की जनता ने 6 बार पारस जैन को वोट देकर विजयी बनाया लेकिन उज्जैन को क्या मिला, सिंहस्थ यदि उज्जैन में नहीं लगता तो अब तक गांव बन चुका होता। मूलभूत समस्याओं से जूझ रही जनता पार्टी भक्ति से उब चुकी है अब वह ऐसे चेहरे को देखना चाहती है जो शहर का विकास कर सके। माया त्रिवेदी के साथ क्षेत्र की महिलाएं भी जनसंपर्क में साथ होती चली, महिला सम्मान में महिलाएं मैदान में नजर आईं।
कांग्रेस ने महिला प्रतिनिधित्व को नकार दिया, घर बैठे को बुलाकर टिकिट दे दिया
माया राजेश त्रिवेदी ने कहा कि मैं 20 सालों से कांग्रेस पार्टी में रहकर राजनीति कर रही हूं। कांग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष रही, उसके बाद पार्षद रही, सक्रिय रहते हुए भी टिकिट का समय आया तो घर में बैठे लोगों को बुलाकर टिकिट दिया गया। ऐसे में वे महिलाएं जो घर से निकलकर काम कर रही हैं परिवार, समाज को लेकर चलने वाली महिलाओं के मन को ठेस लगी है। महिलाओं को मौका नहीं दिया जाना महिला प्रतिनिधित्व को नकार देना है। मैं जिनसे कभी नहीं मिली वे महिलाएं भी मेरे निर्णय का स्वागत कर रही हैं, महिलाएं अपनी आवाज उपर तक पहुंचाना चाहती हैं मैं महिलाओं की जगह की जद्दोजहद की लड़ाई कर रही हूं। सर्वे रिपोर्ट में मेरा नाम था इसका मतलब है कि जनता आपके लिए टिकिट मांग रही है, यह हकीकत अब सामने आ रही है जब मैं जनसंपर्क कर रही हूं।