शव वाहन जब्त करने की कार्रवाई पर बोले दरबार, शव वाहन की सेवा बंद करवाने वालों को जनता देगी जवाब
उज्जैन। शव वाहन की निःशुल्क सेवा 20 वर्षों से चल रही है, इसका विधानसभा चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। चुनाव के परिणाम कुछ भी आए हो हार हो या जीत हो इसके प्रतिफल को देखते हुए कभी यह सेवाएं बंद नहीं की। इन सेवाओं के लिए एक रूपये का दान नहीं लिया। निर्वाचन विभाग को जिसने भी यह शिकायत की है वह गलत की है, क्योंकि मैं शव वाहन के माध्यम से जनसेवा करता हूं, इस पर राजनीति नहीं करता। बाबा महाकाल सबकुछ देख रहा है। शव वाहन की सेवाओं को बंद करवाने वालों को जनता जवाब देगी।
उक्त बात दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे जयसिंह दरबार ने निर्वाचन आयोग द्वारा शिकायत के बाद उनके द्वारा संचालित किये जाने वाले शव वाहन को जब्त करने के बाद कही। निर्वाचन आयोग में दो दिन पहले शिकायत हुई थी जिसमें कहा गया था कि जयसिंह दरबार शव वाहन चल रहा है, जिससे वोट प्रभावित हो सकते हैं। इस पर दरबार के पास नगर निगम के अधिकारियों का फोन आया था जिसमें पूछा था कि शव वाहन की अनुमति ली है या तो संचालन बंद करो, या खर्चे में जोड़ो। दरबार ने इस सेवा को चुनाव खर्च में जोड़ने को कहा था लेकिन सोमवार सुबह निर्वाचन की टीम नानाखेड़ा थाना पुलिस के साथ पहुंची और वाहन जब्ती में लिया। दरबार ने कहा कि शव वाहन किसी भी दल या जाति विशेष के लिए नहीं चलाता, दक्षिण ही नहीं पूरे गांव और शहर में निःशुल्क रूप से यह सेवा 20 वर्षों से चल रही है। राजनीति में इतने निचले स्तर की राजनीति नहीं करनी चाहिये। जनता इसका जवाब चुनाव में जरूर देगी।