संस्कृत पढ़ने से बनेंगे संस्कारी, ब्रह्मोत्सव में बोले अतिथि, भगवान परशुराम को लगाया 56 भोग
उज्जैन। वर्तमान में संस्कृत भाषा का उपयोग कम होता जा रहा है। बच्चों को इसकी शिक्षा मिले हमें इस पर जोर देना चाहिए। संस्कृत पढ़ेंगे तो ही हम संस्कारी बनेंगे। यह बात आद्य गौड़ सनाढ्य ब्राह्मण परिषद द्वारा आयोजित ब्रह्मोत्सव में अतिथियों ने संबोधित करते हुए कही। आयोजन रविवार को श्री परशुराम धाम आश्रम भैरवगढ़ रोड पर किया गया। भगवान को 56 भोग लगाकर महाआरती की। इसके बाद महाप्रसादी का वितरण हुआ।
अध्यक्ष अशोक सारिया ने बताया कि दोपहर 3 बजे भगवान परशुराम का आकर्षक शृंगार कर अन्न्कूट का भोग लगाया गया। कार्यक्रम की शुस्र्आत बटुकों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई। आशीर्वाददाता के रूप में परमहंस अवधेशपुरी महाराज उपस्थित थे। मुख्य अतिथि महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विवि के कुलपति आरसी पंडा व विशेष अतिथि डॉ.केदारनाराण जोशी थे। समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों व वरिष्ठजन को उनके सेवा कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के बाद महिला जागृति मंच ने भगवान परशुराम की आरती की। संरक्षक बाबूलाल शर्मा (पुरोहित), सचिव विजय शर्मा, युवा जागृति मंच अध्यक्ष अभिषेक शर्मा(लाला), सचिव प्रदीप शर्मा, महिला जागृति मंच अध्यक्ष कांता तिवारी, सचिव शीला श्ार्मा मौजूद थीं।