कबीर पंथी भाजपा से रूष्ट, नही करेंगे पक्ष में मतदान, बरवाला कांड को लेकर ज्ञापन सौंपा
उज्जैन। हरियाणा के बरवाला के कबीर पंथी संत रामपाल महाराज के आश्रम पर पुलिस की बर्बरता ओर निर्दोष लोगो की मौत के मामले की बरसी पर देशभर में रविवार को उनके अनुयायियों द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर विरोध दर्ज कराया गया ओर इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया गया। भाजपा सरकार ओर आरएसएस के रूष्ट रामपाल महाराज के अनुयायियों ने विधानसभा चुनाव में भाजपा के विपक्ष में वोट देने का फैसला किया है।
रविवार को कबीरपंथी रामपाल अनुयायियों ने प्रशासन के अधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। उसके बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए राष्ट्रीय समाज सेवा समिति के स्थानीय अध्यक्ष हरीश शाक्य सहित नीरज दास, मनोज शाक्य व अन्य ने बताया कि 18 नवंबर को बरवाला आश्रम पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 6 निर्दोष लोगो की हत्या कर दी थी। ओर इस मामले में रामपाल महाराज पर ही राष्ट्रद्रोह हत्या षडयंत्र व अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया था। स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा लिखित पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश में उल्लेखित बातों का विरोध रामपाल महाराज ने किया था जिससे नाराज होकर आर्यसमाजियों ने आश्रम पर हमला बोल दिया था। चार मामलों में आश्रम संचालक को बरी करने के बाद हत्या ओर अन्य धाराओं में उन्हे आजन्म कारावास की सजा सुनाई गई है ओर तब ही से वह जेल में बंद है। रामपाल अनुयायियों ने बताया कि इस मामलें हर साल 18 नवंबर को काला दिवस मनाकर विरोध जताया जाता है ओर राष्ट्रपति व सीएम हरियाणा को ज्ञापन भेंटकर सीबीआई जांच की मांग की जाती है। अनुयायियों ने बताया कि रामपाल महाराज सभी धर्मो को एक बताते है इस कारण आरएसएस ओर भाजपा का धर्म के नाम पर चल रहा राजनीतिक प्रपंच पूरा नही हो पाता है इस कारण वो उनका साथ नही दे रहे है। यही वजह है कि रामपाल महाराज के पूरे प्रदेश के करीब 50 लाख अनुयायी जिसमें 20 हजार से ज्यादा जिले के अनुयायी इस चुनाव में भाजपा के विपक्ष में मतदान करेंगे।