मिल मजदूर दोनों ही राजनैतिक दल के घोषणा पत्र से निराश
उज्जैन। विधानसभा चुनाव में राजनैतिक दलों के घोषणापत्र पर गहरी निराशा व्यक्त की। राजनैतिक दलों को केवल किसानों की चिंता है। मजदूर उनकी दृष्टि में कुछ भी नहीं है।
उक्त बात कार्यवाहक अध्यक्ष प्रद्योत चंदेल की अध्यक्षता में हुई बिनोद मिल्स संघर्ष समिति की बैठक में वक्ताओं ने कही। मिल मजदूर संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश भदौरिया, उपाध्यक्ष संतोष सुनहरे, शंकरलाल वाडिया, रामनारायण कुवाल, मेवाराम, लक्ष्मी नारायण रजक, सोहनलाल लोदवाल, भगवानसिंह तोमर मुख्य रूप से उपस्थित थे। ओमप्रकाश भदौरिया ने भदोरिया ने न्याय व्यवस्था पर प्रहार करते हुए कहा कि 4 माह से उच्चतम न्यायालय में मजदूरों की तारीख नहीं लग रही है। देरी से किया गया न्याय भी अन्याय है। भदौरिया ने बताया कि सांसद तथा विधायक अपने वेतन तथा भत्ते बढ़वा रहे हैं किंतु मजदूरों की पेंशन 1 हजार रूपये ही है। इसे बढ़ाने की जरूरत मजसूस नहीं करते। भदौरिया ने बताया कि उच्च न्यायालय इंदौर में 19 नवंबर को बिनोद मिल्स की पेशी है।